पूरी दुनिया को इमरान से सीखना चाहिए कि पैसे कैसे कमाए जाते हैं। सीखना चाहिए कि राष्ट्र को कैसे धोखे में रखा जा सकता है। सीखना चाहिए कि जनता को कैसे खोखे में रखा जाता है।सबसे पहले इमरान खान ने भैंसें बेचकर काम चलाया। फिर उसके बाद में कुकड़ू-कू योजना चलाकर मुर्गियां बेचने का सिलसिला शुरू किया। अब पाकिस्तान में गधों को बेचकर जीवन यापन किया जा रहा है। इमरान ने पहले गरीबी घटाने के लिए कुकड़ू कु प्लान बनाया था। कोरोना काल से ही कुकड़ू करती मुर्गियां चाइना की तरफ बांग देने के लिए पूरी रात जगी बैठी है। इमरान का इशारा पाते ही ये मुर्गियां बाजवा को साथ लेकर चाइनी यात्रा करने के लिए तत्पर है। देशी मुर्गियां अपने ढंग का अलग जलवा बिखेर रही है। इमरान का पूरा प्लान है कि देशी मुर्गियां बढ़िया अंडे देंगी। हर बच्चे के हाथ अपना अंडा होगा। हर पाकिस्तानी बच्चा इमरान खान की कुकड़ू-कू योजना का पालन करेगा। बेचारी मुर्गियां गांव-शहर में सरकारी आदेश मिलते ही फटाक से अंडे टपका देगी। पाकिस्तानी बंदे फेसबुक पर भी अंडे देने वाले को लाइक कर रहे हैं। पूरा पाकिस्तान मुर्गा बनकर बांग लगा रहा है। भैंस, गधे व मुर्गियों के बाद कंगाली से बचने के लिए अब कुत्ते बेचने का धंधा शुरू किया है। कंगाल परेशान पाकिस्तान को अब कुत्ते का सहारा है। पाकिस्तानी कुत्ते वैसे एक खूबसूरत गीदड़ से होते हैं। ये शानदार ढंग से भौंकते का नाटक करते हुए चाटने लगते हैं। चाटने में पाकिस्तानी कुत्तों ने पूरी दुनिया को पीछे छोड़ दिया है। चाइना के चरण चाटने में चमत्कारिक कार्य अपने चरम पर पहुंचाने वाले इन कुत्तों के क्या कहने!
कुत्ता योजनानुसार 1 कुत्ता व 6 कुतियाएं आपस में मिलकर रातों-रात 36 पिल्लों को जन्म देगी। इसे कहते हैं छत्तीस का आंकड़ा! पाकिस्तानी मीडिया ने कहा -‘हमारे यहाँ कुत्ते मनहूस शक्ल के होते हैं। यहाँ-वहाँ लटके पड़े हैं। गली, घर व संसद में गंदे पड़े सड़ रहे हैं; इसलिए पहले उन्हें साफ-सुथरा करें। इनको मेडिसन व गुलाब जामुन वगैरह खिलाएं। ये मुफ्त के एक बड़े साधन हैं। इन्हें एक्सपोर्ट कर बहुत कुछ कमा सकते हैं।’ पाकिस्तानी गलियां भरी पड़ी है कुत्तों से। चेत जाओ इमरान, अब बिक जाएगा पाकिस्तान। कुत्ते बेचकर खाएगा पाकिस्तान, मौलवी कहे कुत्ते बेचो इमरान। लाहौर से इस्लामाबाद तक पसरे पड़े हैं गधे! कंगाली से बचने के लिए इमरान सरकार ने गधों, कुत्तों, मुर्गों, भैंसों आदि के आगे गिड़गिड़ाया है। पाकिस्तानी सरकार में गधों व कुत्तों की खातिरदारी हो रही है। यहां दवा-दारू पिलाकर उन्हें चुस्त-दुरुस्त किया जा रहा है। जहां देखो वहां गधे ही गधे नजर आते आने लगे हैं। कुत्ते मेहरबान तो गधे हुए पहलवान। पाकिस्तानी इमरानी जहां-तहां से रुपया खींचने में लगे हुए हैं। चाइना को पूरा पाकिस्तान गिरवी रख कर रुपए खींचने में उतारू इमरान का कंगाली में आटा गीला दिखाई दे रहा है। आतंकवादियों को पालने-पोषने वाले का नतीजा तो यही होता है हुजूर!
— रामविलास जांगिड़,18, उत्तम नगर, घूघरा, अजमेर (305023) राजस्थान