भारत के मच्छरों ने एकआपात बैठक आयोजित कीऔर प्रस्ताव पारित किया कि दुनिया के मच्छरों का एकअंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भारत मैंआयोजित की जाएlसर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हो गयाlप्रस्ताव की प्रतिलिपि पाकिस्तान,चीन,बांग्लादेश, नेपाल,रूस,चीन,अमेरिकाआदि देशों को भेज दिया गयाlप्रस्ताव में अंकित था हम मच्छरों को एकजुट होने कीआवश्यकता है मानव जाति हमारेअस्तित्व को मिटा देने में लगी हैl
निर्धारित तिथि पर सभी देशों के मच्छर भनभनाते हुए हवाई मार्ग से भारत पहुंच गएlउन मच्छरों में शामिल मच्छर थे-डेंगू, मलेरिया,काला जर,हैजा,प्लेग आदिl
आयोजकों ने सभी अतिथियों के लिए सुभोजन की उत्तम व्यवस्था की थी lवेज,ननवेज तथाअनेकों-
अनेको प्रकार के मिष्ठानआदिl सबों ने छककर पेट पूजा कीऔर आयोजन स्थल पर पहुंच गएl भनभनाते गीतों से उनका स्वागत किया गयाlबूढ़ा मच्छर ने सबों का स्वागत करते हुए कहा कि हम मच्छर जाति का,मानव जाति समूल खत्म कर देना चाहती हैl हमें यूनाइट होने कीआवश्यकता हैl आप सबों की क्या राय हैl सबों ने प्रस्ताव का समर्थन कियाl तथा मच्छर व्यवस्था की नींव रख दी गईlयह भी तय हुआ कि हमारी व्यवस्था लोकतांत्रिक व्यवस्था होगीlएक प्रतिनिधि ने कहा कि यह ठीक हैlदूसरे ने कहा-हमारी व्यवस्था भारत जैसा लोकतांत्रिक व्यवस्था होगी।एक प्रतिनिधि ने कहा-मैं इस सुझाव काअनुमोदन नहीं कर सकताlचुकि भारतीय लोकतंत्र का चरित्र दूषित हो गया हैlवहां सत्ता की होड़ में जाति,धर्म,मजहब,ऊंच-नीच, मंदिर-मस्जिद सत्ता के केंद्र में उपस्थित हो गया हैऔर लोकतंत्र के आदर्श को धूमिल कर रहा हैl सत्ता पर बाहुबलियों तथा धनाढयों का कब्जा हो गया है। शोषण मुक्त समाज की संरचना पर ग्रहण लग गया है?हमें ऐसे लोकतंत्र की स्थापना करने की जरूरत है जो आदर्श स्वरूप दुनिया के समक्ष एक आदर्श प्रस्तुत करें,और मानव समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेlहमे ऐसे संविधान का निर्माण करना होगा जो हमारे विरासत की संस्कृति को बदले नहींlसत्ता पर काबिज होने के लिए विरोध पक्ष को कमजोर करने के लिए कुचक्र न करेंlतथा पुरखों केअर्जित संपत्ति को औने-पौने दाम में बेच नहीं सके?हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था दुनिया के समक्ष एक मॉडल के रूप में ख्यातिअर्जित करेंऔर हमारे लोकतंत्र में तानाशाही प्रवृत्ति की गुंजाइश नहीं रहे तथा सत्ता के टकराव में विभिन्न देशों के आए हुए प्रतिनिधि अपने को युद्ध की आग में झोंकेगे।अमेरिकी प्रतिनिधि ने सभी प्रतिनिधियों से निवेदन किया कि जल्द हम एक संविधान का निर्माण करेंगे और उसे लागू कर मच्छरों की समस्या और उनके आदर्श को स्थापित करेंगेl
तमाम प्रतिनिधियों ने एक स्वर से चिल्लाना शुरू किया-“मच्छर एकता जिंदाबाद”और इसी नारे के साथ सम्मेलन समाप्त हो गयाl
अरविंद विद्रोही
बिरसानगर
जॉन नंबर- 2
जमशेदपुर 831 M–8789718130