भारत एक ऐसा देश है जिसकी जड़ें लगभग घोटालों और ठगों की गहरी जड़ें जमा चुकी हैं। वे अक्सर खुद को “कलाकार” कहना पसंद करते हैं और प्रत्येक डकैती उनके प्रतिभाशाली दिमाग का प्रतीक है। ऐसी है मत्स्य थड़ा की कहानी – एक सम्मानित चोर कलाकार जो खुद को “महान कलाकार” कहता है। रवि दुबे ने शानदार ढंग से इस आकर्षक की भूमिका निभाई है, जो अपनी बुद्धि और योग्यता का उपयोग बड़े कांडों को खींचने के लिए करता है। उर्वशी (जोया अफरोज) और राजू हैकर (मधुर मित्तल) की मदद से, मत्स्य ने देश के सबसे साहसी विपक्ष को सफलतापूर्वक खींच लिया, लेकिन एसीपी तेजराज की पूंछ पर यह केवल समय की बात है।
रवि किशन ने अपनी दासता – एसीपी तेजराज सिंह की भूमिका निभाई, जो किसी भी कीमत पर मत्स्य को पकड़ने के लिए है। किशन इस सख्त पुलिस वाले के पागलपन और दृढ़ता को जीवंत करता है, जिससे तीव्र बिल्ली और चूहे एक रोमांचक घड़ी का पीछा करते हैं।