एक एक्टर के कॅरियर में, हम कई सारे किरदार निभाते हैं, लेकिन बहुत कम ऐसे किरदार होते हैं जो हमें अंदर तक झकझोर कर रख दे। ऐसा सिर्फ इसलिये नहीं है कि यह आपको एक एक्टर के तौर पर जानने का मौका देता है, बल्कि आपको वास्तविकता का एहसास करता है, जिसके बारे में आपको बहुत कम पता होता है। ऐसा ही कुछ मेरे साथ हुआ जब मुझे ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ में कोयल का किरदार निभाने का मौका मिला। यह ऐसा किरदार है जोकि घरेलू हिंसा की शिकार है और उसका एक दर्दनाक अतीत रहा है, जो अभी भी उसे और उसके नन्हे बेटे को डराता है। कोयल का किरदार निभाते हुए मुझे एहसास हुआ कि दुनिया में कई सारी महिलाओं के लिये घर का मतलब बिलकुल ही अलग होता है और घरेलू हिंसा कितना खतरनाक हो सकती है।
मैं पहले इस खतरे से बेखबर नहीं थी। डराने वाली बात ये है कि देश में घरेलू हिंसा की समस्या काफी ज्यादा है, और इसने मुझे भी चौंका दिया। लेकिन मेरे किरदार से मुझे इस समस्या की गंभीरता का पता चला। साथ ही यह भी जानने को मिला कि अधिकांश महिलाओं के साथ ऐसा हो रहा है और एक समाज के रूप में किस तरह हम इसमें बदलाव लाने में अपना योगदान दे सकते हैं। आप, मैं और सारे लोग!