संविधान सम्मान की बात हो…
यह एक संस्कार है,
प्रगति का मार्ग है,
उम्मीद है,
उत्तम विचार है।
संस्कृति का सार है,
अद्भुत संस्कार है,
उन्नत विचार है,
प्रफुल्लित मान है,
सहभागिता का भाव है,
सदैव सद्भाव है।
समग्र विकास का स्त्रोत है,
उन्नत खोज है,
देश के लिए अनमोल है,
वंचितों का संसार है,
दिखता उत्तम आधार है।
समानता का प्रसाद है,
नहीं दिखता अवसाद है।
आओ हम-सब मिलकर,
प्रेम एकता और अखंडता,
संप्रभुता का एक गीत गाएं,
देश की प्रगति और उन्नति कर,
संविधान का मान बढ़ाएं।
संविधान दिवस का है ,
यह एक शुभ दिन आज़।
उत्सुक होकर अब हम-सब,
मिलकर करें खूब आगाज़।
संविधान सम्मान की बात हो,
मन में खूब उन्नत उत्साह हो।
यह है एक उत्तम उपहार है,
देश की प्रगति का आधार है।
डॉ० अशोक, पटना,बिहार।