एतबार

ये मत देना

वो मत देना

कुछ मत देना

लेकिन

स्नेह सरिता

बहते रहने देना

ये ले लेना

वो ले लेना

सब ले लेना

लेकिन

चैन मत लेना

ये कह देना

वो कह देना

सब कह देना

लेकिन

अलविदा मत कहना

कसमें तोड़ देना

रस्में तोड़ देना

जो चाहे तोड़ देना

लेकिन

एतबार मत तोड़ना

क्योंकि

एतबार से

कच्चे धागे

बनते हैं पक्के

एतबार से

मौन भी

हो जाता मुखर

इसलिए

एतबार को

धूमिल मत करना

तरुण कुमार दाधीच

36,सर्वऋतु विलास, मेन रोड,

उदयपुर(राज) 313001