हिमाचल के चवासी क्षेत्र में परम्परागत ढंग से मनाई गई बूढ़ी दीवाली

हिमाचल प्रदेश जिला मण्डी के करसोग उपमण्ङल के च्वासी क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में बूढी दीवाली पर्व की धूम रही । सायंकाल में च्वासी के विभिन्न मंदिरों में श्री नाग च्वासी मंदिर महोग ,श्री नाग हुंगलू मंदिर खन्योल च्वासी तथा ,श्री बाङी भगवती दुर्गा जी मंदिर चखाना में एक दिवसीय दीपावली उत्सव की धूम रही। यह दीपावली च्वासी क्षेत्र के महोग , खन्योल च्वासी तथा चखाना व  साथ लगते अन्य क्षेत्रों में भी मनाई गई । करसोग क्षेत्र में दीपावली का सामूहिक उत्सव का आयोजन बहुत से देव मंदिरों में किया गया।  च्वासी क्षेत्र के इन मंदिरों में सायंकाल से ही दीपावली की धूम रही । रात होते होते अन्य क्षेत्रों से आये लोग व स्थानीय लोग इक्कठे हुए और विधि विधान व रिती रिवाज से

 देव पूजा अर्चना शुरू हुई लोगों ने देवताओं के आंचल में शीश नवाया । देर रात होते होते यह और भी देखने योग्य बना । मंदिरों के कारदारों व विभिन्न मंदिर सदस्यों ने रात्रि रिती रिवाजों के साथ रात्री काव, सीया जती प्राचीन गीत गाये

 देर रात्रि की रस्मे शुरू हुई  कमेटी के सदस्य व कारदारों ने मंदिर मैदान में बङी बङी लकङियो को आग लगाकर उससे बङे बङे अंगारों से दीपावली की रस्मे शुरू हुई। देर रात को देव धुन विधि विधान से शुरू हुई और देव वाद्य यंत्रों की पारंपरिक थाप पर गुर आवेशीत हुए।

देव गुरों ने उन जलते हुई आग के अंगारों को आर पार किया और बाद में प्रजा हार को आशीर्वाद दिया । लोगों ने देव गुरों के माध्यम से अपना वर्तमान व भविष्य जाना व रोग मुक्ति, भूत पिशाच व हारी बीमारी से मुक्त होने के लिए प्रार्थना की 

च्वासी क्षेत्र के युवा समाज सेवी व कारदार च्वासीगढ़ टी सी ठाकुर  जी का कहना है ,कि करसोग, सिराज,  शिमला, कुल्लू के आनी का साथ लगते क्षेत्रों में भी यह दीवाली  विभिन्न मंदिरों में मनाई गई।  इस दीपावली की शान ही निराली है यह उत्सव सुख और समृद्धि का द्योतक है। च्वासी क्षेत्र में बूढ़ी  दीवाली  को पुरुष, महिलाऐं ,बच्चे व बुजुर्ग  अत्यंत श्रद्धा व आस्था से मनाते है।

टी सी ठाकुर 

कारदार च्वासीगढ़  

करसोग मण्डी हिमाचल प्रदेश