सांई बाबा ने राजेश को दिया आर्शीवाद!

 वागले परिवार ने बीते दिनों की बेचैन कर देने वाली घटनाओं और आखिर में अथर्व की सुरक्षित घर वापसी के बाद आखिरकार चैन की सांस ली है। हालांकि, अथर्व और उसके दादा-दादी का मिलाप अभी तक नहीं हो पाया है, क्‍योंकि श्रीनिवास और राधिका ने अथर्व की रक्षा के लिये एक मन्‍नत मांगी थी और उन्‍हें अपने पोते को गले लगाने से पहले अपनी कुलदेवी के मंदिर में जाकर एक पूजा करनी होगी। इसलिये वागले परिवार फिलहाल कुलदेवी के मंदिर जा रहा है।  

उनके मंदिर जाने से पहले की रात का एक अद्भुत अनुभव राजेश को रोमांचित कर देता है। सांई बाबा उसके सपने में आकर उसे आर्शीवाद देते हैं और बताते हैं कि मंदिर जाने के दौरान उसे कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। साई बाबा की चेतावनी सच साबित होती है, क्‍योंकि पहली आरती के लिये मंदिर जाने के रास्‍ते में परिवार को पहली मुश्किल का सामना करना पड़ता है। इस मुश्किल से बाहर निकलते ही वे दूसरी मुसीबत में पड़ जाते हैं, जहां एक अमीर बिजनेसमैन दावा करता है कि मंदिर में पहली आरती करने का अधिकार श्रीनिवास और राधिका को नहीं, बल्कि उसे है।