अभय के पापों का हुआ पर्दाफाश

शो ‘ज़िद्दी दिल माने ना’  में  कोयल के जरिये घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई गयी है पराक्रम एसएएफ के कैडेट्स ने कोयल को बचाने और उसे निखिल  और अभय के साथ देश छोड़ने से रोकने के लिये एक प्लान बनाया है। सुमन के सामने अभय की पोल खुल जाती है, क्योंकि वह अभय के खिलाफ लगातार सबूत इकट्ठा कर रही होती है। अब कैडट्स के पास अपने प्लान को तुरंत अंजाम देने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचता है, क्योंकि उन्हें समय से आगे रहने की कवायद करनी है। कोयल को बचाने के लिये हाथ में सिर्फ एक दिन होने पर एकेडमी अभय का सच सामने लाने का पक्का प्लान तैयार करती है। यूके जाने से पहले अभय को बधाई देने की पार्टी में बुलाया जाता है, जहाँ उसे बेस्ट बिजनेसमैन ऑफ द ईयर का अवॉर्ड दिया जाना है। वह कोयल को अपने साथ ले जाता है, लेकिन निखिल को छोड़ देता है, ताकि कोयल भागने की कोशिश ना करे। करण , फैजी, संजना   और मोनामी, वेश बदलकर अवॉर्ड कार्यक्रम में घुस जाते हैं। अभय अपनी स्पीच में महिलाओं के सशक्तिकरण के बारे में बात करता है, जिससे कोयल परेशान हो जाती है। वह हिम्मत जुटाकर अभय के खिलाफ बोलने का फैसला करती है।