वो बड़े प्यार से अलविदा कह गये ।

हमें लगा वो हमें हाले दिल कह गये हैं ।

इतंजार में उनके बहूत आँसू बहाये हैं।।

लगा ऐसा अब खुशी की दिन आने वाला हैं ।

लेकिन वो तो बड़े प्यार हमें अलविदा कह गये।।

उनकी खामोशियों को हम मज़बूरिया समझने लगे थे।

लेकिन वो तो हमसें मुँह मोड़ने की तैयारियां कर रहे थे।।

हमनें एक -एक दिन बस इस याद में गुजारा हैं ।

क्योंकि दूरियां खत्म करने की मौसम आने वाला हैं।।

तन्हाइयों में खुद का जीने का सहारा ढूंढ लिये थे ।

बस उन्हें परेशानी न हो इसीलिए खुद से खफ़ा हो गए थे ।।

हमें क्या मालूम थी वो प्यार नही बस एक सपना था ।

बहुत ही प्यार से वो आज अलविदा कह गये थे ।।

मनीषा कुमारी 

मुम्बई