प्रेम की, समर्पण की,
आकर्षण की भी
होती हैं जंजीरें
जंजीरें सिर्फ
लोहे की नहीं होती हैं।
इच्छाओं की,
अपने पन की,
कर्तव्यों की भी
होती हैं जंजीरें
जंजीरें सिर्फ
लोहे की नहीं होती।
रिश्तों की,
मोह की,
हया की भी
होती हैं जंजीरें
जंजीरें सिर्फ
लोहे की नही होती।
मर्यादा की,
सीमा की
आजादी की भी
होती हैं जंजीरे
जंजीरें सिर्फ
लोहे की नही होती।
बचपन की,
यौवन की,
वृद्धावस्था की भी
होती हैं जंजीरें
जंजीरें सिर्फ
लोहे की नही होती।
गृहस्थी की,
वानप्रस्थ की,
सन्यास की भी
होती हैं जंजीरें
जंजीरें सिर्फ
लोहे की नहीं होती।
धर्म की,
समाज की
,राष्ट्र की भी
होती हैं जंजीरें
जंजीरें सिर्फ
लोहे की नही होती।
जन्म की,
मृत्यु की,
जीवन की भी
होती हैं जंजीरें
जंजीरें सिर्फ
लोहे की नहीं होती….।
-गरिमा राकेश गौत्तम
पता:- कोटा राजस्थान