वैसे तो आप कोई कम चालाक नहीं है हुजूर! फिर भी शादी समारोह में सम्मिलित होने के लिए कुछ चालाकी भरे एफएक्यूज़ अर्थात जरूरी सवाल-जवाब सेवा में प्रस्तुत कर रहा हूं। प्लीज चालाकी फरमाइए! 1.गिफ्ट का लिफाफा कब-किसे देना चाहिए? शादियों में गिफ्ट सामग्री अथवा लिफाफा देना बहुत ही रहस्यमयी विधा है। जो इस विधा में पारंगत होता है, वो शादी-समारोह में सफलता के अंतररराष्ट्रीय झंडे गाड़ देता है। सारा खेल ही लिफाफा देने की विधि पर टिका है। सिद्धांत यही है कि जिस किसी बंदे ने आपको शादी का कार्ड दिया है, उसी बंदे को लिफाफा थमाना चाहिए। लिफाफा कतई हड़बड़ी में नहीं थमाएं। जब लिफाफा लेने वाला बंदा हड़बड़ाहट में न हो, शांत हो तब आप उसे एकांत में लिफाफा थमाएं और शादी के हर एक इंतजाम की सराहना कर दें। अगर कार्ड मामा जी ने दिया और लिफाफा आपने फूफा जी को पकड़ा दिया तो आपका सारा गुड़ गोबर होना पक्का है। 2.खाने के लिए कब टूट पड़ना चाहिए? लिफाफा दें या ना दें। किसी से मिलें या ना मिलें। नजरें हमेशा बस खाने पर ही रखनी चाहिए। जब बफेलो टाइप का खाना लग जाए तो आप सबसे पहले खाने पर टूट पड़ें। बाद में भीड़ बढ़ेगी और खाना ठंडा भी होगा। आपने जितने का लिफाफा दिया उससे 4 गुना तो ढकोसना ही चाहिए। खाने से 8 गुना खाना झूठा छोड़ने पर पुण्य लाभ मिलता है। 3.निंदा और प्रशंसा के क्या नियम है? शादी समारोह में निंदा और प्रशंसा के अपने-अपने सिद्धांत हैं। जिसने आपको कार्ड दिया और जो कार्डधारी घराती हैं, उनकी आप घनघोर प्रशंसा कीजिए। पानी वाली दाल को मलाई पनीर कहकर प्रशंसा के बड़े-बड़े पुल बांध दीजिए। आपको सब पता है कि उस परिवार से पहले ही जो दूरियां बनाए, मुंह फुलाए लोग बैठे हैं, उनके द्वारा निंदा करने पर आप भी निंदा के खेल में सम्मिलित हो जाइए। जब कोई निंदा का चौका लगाए तो आप फटाक से छक्का लगा दीजिए। सिद्धांतत: निंदा कर्मी के साथ गपा-गप निंदा मारिए और प्रशंसा करने वालों के साथ प्रशंसा की फुलझड़ियां फैंकिए। 4.ऑपरेशन फोटोग्राफी कब पूरी करनी चाहिए? फोटो तो तुरंत ही खिंचा लेनी चाहिए। खाने की प्लेट पर टूट मरने के दौरान भी मंच पर फोटो खींचने वाले पर नजर बनाए रखिए। जैसे ही फोटो खींचक कार्यक्रम शुरू हो बस तुरंत ही दौड़ पड़िए। ठंड का बाप हो तो भी स्वेटर, जर्सी, कंबल आदि सब उतार फेंकिए और खचाक देनी सी फोटो खिंचवा लीजिए। अगर हाथ में खाने की प्लेट हो तो उस भरी-पूरी प्लेट को डस्टबिन के हवाले करके तुरंत फोटो खिंचवा लेनी चाहिए। फिर से एक ताजा प्लेट हाथ में ले लेनी चाहिए। 5.कैसे कपड़े पहनें, कैसे मेकअप करें? सारा मेकअप और कपड़े दूसरे लोगों को दिखाने के लिए होते हैं। कपड़े पहनने में मौसम की परवाह बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। भरी सर्दी में जाकेट स्वेटर जैसी चीजें हरगिज़ न पहनें। स्लीवलैस ही पहनने चाहिए। कपड़े चमकीले, भड़कीले और लोगों को जलाने वाले ही होने चाहिए। ध्यान रहे! मेकअप दिखाऊ और नए फैशन का पक्का बाप हो। ज्वेलरी नकली हो अथवा किराए की लेकिन झमाझम होनी चाहिए। चेहरे पर मास्क तो हरगिज़ न लगाएं। मास्क लगा लिया तो चेहरे का मेकअप फिर किसे दिखाएंगे! सतर्क रहिए! चालाक रहिए! एफएक्यूज़ का पालन कर शादी के मजे मारिए!
– रामविलास जांगिड़,18, उत्तम नगर, घूघरा, अजमेर (305023) राजस्थान