बहुत मुस्कुराता नया साल हो,
दिलासा दिलाता नया साल हो।
करें पूरे सपने अधूरे बचे,
वो सपने सजाता नया साल हो।
नया वर्ष उम्मीद लाए नई,
ये खुशियां लुटाता नया साल हो।
खुशी पास ज्यादा रहे हर समय,
गमों को घटाता नया साल हो।
मिलें मंजिलें और मिल जुल रहे,
दिलों को लुभाता नया साल हो।।
रहे प्यार सबका सलामत यहाॅ॑,
मुकद्दर जगाता नया साल हो।
नहीं कोई सपना अधुरा रहें,
मिसालें बनाता नया साल हो।
नागेन्द्र नाथ गुप्ता, ठाणे (मुंबई)