ये सर्द भी कमाल है..

ये सर्द भी कमाल है।

कही कम्बलों में सुकून..

कही ठण्ड से बवाल है..

ये सर्द भी कमाल है।

कही छिप के भी सर्द में ..

ये हालत , बेहाल है..

कही बस्तियों के बच्चों से..

इस ठण्ड को सवाल है..

ये सर्द भी कमाल है।

कही सेठ जी को सर्द ने..

कर रखी परेशान है..

सियाचिन के जवान देखो..

अपने धुन में खुशहाल है..

ये सर्द भी कमाल है।

कही है शीतल हवाये..

कही बारिशो की फवार है..

हर किसी के मन में.. 

ये आ रही सवाल है..

ये सर्द भी कमाल है।

Manisha Keshri

From: Barhaj-Deoria