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सर्दी, खाँसी, बुखार, सिर दर्द
पेट दर्द, कमर दर्द, बदन दर्द
या कोई भी बीमारी हुई नहीं
जितने जानने मिलने वाले
उतने ही उपाय,नुस्खे, सलाह।
जन्म हो या मरण
पढ़ाई हो या लिखाई
स्कूल हो या कॉलेज
नौकरी हो या व्यापार
शादी ब्याह हो या जच्चा बच्चा
ज़मीन लेन देन हो या घर
जितने अपने जितने पराये
उतने ही उपाय,सलाह, सवाल,
जवाब , तर्क वितर्क
इन सब में दब के रह जाती
अपनी चाह
अपनी बात
अपनी पसंद
अपनी नापसंद
अपनी तकलीफ
अपनी हालात
अपना दुःख
अपना अवरोध
अपना विरोध
सब अक्सर रह जाता दब
सवालों , जवाबों, सलाहों
के बोझ तले।।
….मीनाक्षी सुकुमारन
नोएडा