ग़ज़ल

अजीब चेहरे

ग़रीब  चेहरे

क़रीब चेहरे

नसीब चेहरे

हबीब चेहरे

रक़ीब चेहरे

जुदा रहे हैं

क़रीब चेहरे

ख़ज़ाना रखते

ग़रीब चेहरे

यहां बहुत हैं

सलीब चेहरे

नज़र न आते

मुजीब चेहरे

धर्मेन्द्र गुप्त

के 3/10 ए. माँ शीतला भवन,गायघाट, वाराणसी-221001

8935065229