आनंद नीलाकांतन का पहला उपन्यास ‘असुरा – द राइज ऑफ द वैंक्विश्ड’ अमेज़ॅन की 100 किताबों की सूची में हैं, जिसे हर किसी को अपने जीवनकाल में पढ़ना चाहिए. अब लेखक आनंद नीलकांतन अपने नए उपन्यास में वानर साम्राज्य की खोज कर रहे हैं. वानरा: द लिजेंड ऑफ बाली, सुग्रीव एंड तारा, पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया द्वारा प्रकाशित, 13 नवंबर को किताबों की दुकानों पर पहुंच जाएगी.
आनंद कहते हैं कि वानरा एक आकर्षक कहानी है और उनका उपन्यास वानरा, उसके राजा बाली, उनके भाई सुग्रीव और तारा की खोज करता है. तारा वह महिला है, जिससे वे दोनों प्यार करते थे.
आनंद नीलकांतन कहते हैं, “बाली, सुग्रीव और तारा पहली प्रेम त्रिकोण कहानी हो सकती हैं. बाली, सुग्रीव की देखभाल करते है. दोनों भाई तारा से मिलने तक अविभाज्य होते हैं. कहानी किष्किन्दा में सामने आती है. दोनों भाइयों ने एक शान्दार शहर बनाया है. इस भव्य साम्राज्य में एक भव्य कहानी स्थापित होती है.