स्टार्टअप नीति की लाँचिंग कार्यक्रम की तैयारियों की मुख्यमंत्री ने की समीक्षा –

इन्दौर । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति के लाँचिंग कार्यक्रम में उच्च शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, तकनीकी शिक्षा के अधिकाधिक छात्र-छात्राओं को वर्चुअली जोड़कर लाभान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न माध्यमों द्वारा स्टार्टअप नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। प्रदेश के स्टार्टअप्स पर अधिकाधिक सफलता की कहानियां जारी हों। मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को भोपाल स्थित निवास पर मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति की लाँचिंग के अंतर्गत 13 मई को इन्दौर में आयोजित उद्यमियों के सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, सचिव एमएसएमई एवं आयुक्त उद्योग पी. नरहरि सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इन्दौर कलेक्टर व अन्य अधिकारी बैठक में वर्चुअली जुड़े।
केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि इन्दौर को स्टार्टअप हब बनाने के लिए उपयुक्त चयन किया गया है। प्रदेश में निवेशकों के लिए अनेक संभावनाएं मौजूद हैं। इससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्टार्टअप क्षेत्र से संबंधित देश के ख्याति प्राप्त व्यक्ति स्टार्टअप कॉन्क्लेव-2022 में शामिल होंगे। स्टार्टअप पोर्टल का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। प्रधानमंत्री की वर्चुअली उपस्थिति में सांय 6:30 बजे ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर इन्दौर में कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। प्रधानमंत्री मोदी कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करेंगे। इससे पूर्व विभिन्न सत्रों के माध्यम से स्टार्टअप एवं निवेश के संबंध में चर्चा होगी। अलग-अलग क्षेत्र के लोग प्रधानमंत्री मोदी से संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री की उपस्थिति में स्टार्टअप को लाभान्वित भी किया जाएगा।
:: मुख्य आकर्षण ::
स्टार्टअप कॉन्क्लेव में स्टार्टअप क्षेत्र से संबंधित देश के ख्याति प्राप्त गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। एक दिवसीय समारोह में जन-प्रतिनिधि,नीति निर्माता, इनोवेटर्स, केंद्र और राज्य के प्रशासक, स्टार्टअप्स, संभावित उद्यमी, स्टार्टअप इको- सिस्टम के सभी स्तंभ शामिल होंगे, जिसमें शिक्षाविद, निवेशक, मेंटर्स और देश भर के स्टार्टअप इको-सिस्टम के अन्य सभी हितधारक भी शामिल होंगे। इस एक दिवसीय सत्र में तीन घटक सेक्टोरल सेशन, स्टार्टअप एक्सपो और प्रधानमंत्री की वर्चुअल उपस्थिति में स्टार्टअप पोर्टल का शुभारंभ शुभारंभ होगा।
:: 5 प्रमुख सत्रों में शामिल गतिविधियाँ ::
एमपीटीआईई के सहयोग से स्पीड मेंटरिंग सत्र- जहां स्टार्टअप्स, शैक्षणिक संस्थानों तथा स्टार्टअप स्पेस के प्रमुख लीडर्स के साथ मिलेंगे ओर संवाद करेंगे। स्टार्टअप कैसे शुरू करें पर सत्र –जहां प्रतिभागियों को नीति निर्माताओं और निर्णयकर्ताओं से ज्ञात होगा कि स्टार्टअप कैसे शुरू किया जाए और आने वाली चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए।
:: राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं का सहयोग ::
एफआईसीसीआई, पीएचडीसीसीआई, डीआईसीसीआई एवं टीआईई, उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग, भारत सरकार, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार, इन्स्टिट्यूटस इनोवेशन कॉउन्सिल शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार, स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार आयोजन में सहयोग करेंगी।