आजकल व्यस्त होने के कारण अभिभावक बच्चों को सारी सुविधाएं मुहैया कराने के फेर में उन्हें समय देना ही भूल जाते हैं। उन्हें लगता है कि जब बच्चों को सब मिल रहा है तो उनके साथ बैठना की क्या जरुरत है पर यह सही नहीं है। इससे बच्चे सही या गलत का भेद भूल कर अपने तरीके से फैसला लेने लगते हैं जो नुकसानदेह भी हो सकता है। सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे हमेशा खुश रहें। मां-बाप बच्चों को हर खुशी देने के लिए रात-दिन काम करते है जिससे उन्हें चाहते हुए भी बच्चों के लिए समय ही नहीं मिलता । जिस वजह से बच्चे उनसे दूर हो जाते हैं और अवसाद के शिकार हो जाते हैं। अगर आप अपने बच्चों को खुश रखना चाहते हैं तो इस प्रकार रहें।
बेहतर करने की प्रेरणा दें
आपका बच्चा अगर कोई अच्छा काम करता है तो उसकी तारीफ करें और इससे भी बेहतर करने की प्रेरणा दें। इससे वो खुश भी होगा और अागे और भी अच्छा काम करेने की कोशिश करेगा।
समय बिताएं
काम में व्यस्त होने के कारण अभिभावक बच्चों के लिए समय नहीं निकाल पाते। जब भी आपको काम से फुर्सत मिले अपने बच्चों के साथ समय बिताएं। इससे बच्चे आपके करीब आएंगे।
घर में खुश रहें
कई लोगों पर आफिस के तनाव का प्रभाव घर पर भी दिखता है। इससे साथ इससे घर का माहौल खराब होता है। इसलिए आफिस का गुस्सा और तनाव घर पर न लाएं। जब भी घर आएं खुश होकर ही आएं। आपके चेहरे की खुशी उनको भी खुश कर देगी।
ध्यान से सुनें बच्चों क बातें
अगर आपका बच्चा आपसे कोई बात करता है तो उसकी बात को ध्यान से सुने और समझें। उनकी जरुरतों को आपसे ज्यादा कोई नहीं जानता इसलिए उनकी बातों पर ध्यान दें और उन्हें पूरा करें।
अच्छी बातें सिखाएं
बच्चों को सिखाएं कि अगर कोई आपकी मदद करता है तो उसे धन्यवाद जरुर करें।