श्रीकृष्ण बेडेकर के हर पहलू पर व्याख्यान होने चाहिये : नाटककार सुरेश खरे –

इन्दौर। इन्दौर के बहुआयामी पत्रकार श्रीकृष्ण बेडेकर के कृतित्व को वाणी प्रदान करने वाले ‘इत्थंभूत’ (समूचे बेडेकर) ग्रन्थ का प्रलम्बित विमोचन पूणे की न्यू इंग्लिश स्कूल के भव्य सभागृह में ख्यात मराठी नाटककार सुरेश खरे के आतिथ्य में सम्पन्न हुआl
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में खरे ने कहा कि-कुछ लोग कहानी, कविता, लघु कथा आदि में छुटपूट करतब दिखा कर बहुआयामी बन जाते हैं; परन्तु बेडेकर में कविता, चित्रकला, गायन, सम्पादन, सुन्दर हस्तलिपि जैसी कई विरोधा भासी विधाएं समाहित हैं, जिन्हें देख कर मेरे जैसा हर व्यक्ति अचंभित हो उठता हैl उन में छिपे हर पहलु पर व्याख्यान होने चाहिये l
अवसर पर श्रीकृष्ण बेडेकर ने कहा – मैं महाराष्ट्र का हूं; मगर वर्तमान महाराष्ट्र मराठी भाषा से अनभिज्ञ होता जा रहा है l यदि ऐसा ही माहौल बना रहां तो मराठी को अभिजात भाषा का ओहदा कभी नहीं मिल सकेगा। श्रीकृष्ण बेडेकर सम्मान समिति के महा सचिव डॉ. क्षीरसागर मन की बात करते हुंवे बोले कि सरकार बेडेकर को ‘महाराष्ट्र भूषण’ उपाधि से अलंकृत करेंl कार्यक्रम के आरम्भ में, समिति की ओर से टी.वी.द्वारा बेडेकर पर निर्मित डाक्युमेन्ट्रि भी दिखायी गईl इस अवसर पर पूणे की कई हस्तियां मौजूद थीl