दो दिवसीय बाल संस्कार शिविर का हुआ समापन –

इन्दौर । बालाजी क्षेत्र माहेश्वरी समाज एवं माहेश्वरी समाज इन्दौर जिला की संयुक्त मेजबानी में मुकूट मांगलिक भवन में आयोजित दो दिवसीय बाल संस्कार शिविर का समापन शनिवार को होगा। समापन अवसर पर सभी मुख्य अतिथियों का सम्मान भी इस दौरान पदाधिकारियों द्वारा किया गया। वृंदावन के इंद्रेश उपाध्याय ने आध्यात्म की गंगा बहाई तो वहीं दोपहर के सत्र में डॉ. प्रीति माहेश्वरी ने बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर उन्हें टिप्स भी बताए।
माहेश्वरी समाज इन्दौर जिला प्रचार मंत्री अजय सारडा एवं युवा संगठन अध्यक्ष संजय लोहिया ने बताया कि समापन अवसर पर वृंदावन के इंद्रेश उपाध्याय ने आध्यात्म की गंगा बहाई। जिसमें उन्होंने सभी माता-पिता एवं बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें बड़ों का आदर व सम्मान करना चाहिए। बच्चों को माता-पिता व गुरू से कभी झूठ नहीं बोलना चाहिए व उनसे ऊंचे स्वर भी कभी बात नहीं करना चाहिए। माता, पिता व गुरू ही हैं जो बच्चों को संस्कार व शिक्षा देते हैं और उन्हें जीवन में सफलता हासिल करवाने में अपना सहयोग प्राप्त करते हैं। वहीं इंद्रेश उपाध्याय ने बच्चों को पढ़ाई में अधिक से अधिक ध्यान देने की बात कही। उन्होंने बच्चों से कहा कि पढ़ाई के दौरान जिन बच्चों को अंग्रेजी व गणित सहित जिन विषयों में समस्या आती हैं उनका अध्ययन उन्हें पढ़ाई समय से ज्यादा करना चाहिए। जिस विषय में आप कमजोर हैं यदि उसका अध्ययन समय से ज्यादा किया जाए तो वह विषय भी आपको सरल लगने लगेगा। शिविर के समापन अवसर पर बच्चों से सुबह के सत्र में गायत्री मंत्र, हनुमान चालीसा का पाठ सहित ध्यान व साधना की क्रियाएं बताई गई। इस अवसर पर मानवी समधानी ने शिव तांवड स्त्रोत की प्रस्तुति भी दी। जिसे वहां सभी ने खूब सराहा। सारड़ा ने श्रीमन नारायण भजन सुना सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मिराज काबरा, लक्ष्य लड्ढ़ा, अद्विती भूतड़ा, अनवी झंवर, सानवी लाहौटी, काव्य दरक, मंत्र सारड़ा, विराज सिंघी, हिताक्षी लाहौटी एवं अविका माहेश्वरी ने गणेश वंदना की प्रस्तुति दी। वहीं इसके पश्चात डॉ. प्रीति माहेश्वरी ने 11 वर्ष से बड़ी बालिकाओं को मासिक धर्म चक्र के बारे में समझाया गया व उससे होने वाली बीमारियों से अवगत कराया गया। बालाजी क्षेत्र माहेश्वरी समाज युवा संगठव एवं महिला संगठन ने वृंदावन के इंद्रेश उपाध्याय का सम्मान कर उनसे आशीर्वाद भी लिया। शिविर के समापन अवसर पर विजय लड्ढ़ा, लखन लड्ढ़ा, रितेश मंत्री, श्याम कचोलिया, पायल लाठी, विशेष सारड़ा, संजय लोहिया, राम सोमानी, सुमन सोनी, भरत तोतला, तरूण भंडारी, राजा झंवर, मंयक मुंदड़ा, खुशूब सारड़ा, नेहा मानधन्या, शिखा भलिका सहित सैकड़ों बच्चों उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पवन लड्ढ़ा एवं प्रहलाद सेठ ने किया एवं आभार लखन लड्ढ़ा ने माना।