राष्ट्रपति चुनाव में द्रोपदी मुर्मू को समर्थन देगी शिवसेना- उद्धव ठाकरे

मुंबई, । शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी. ठाकरे ने पार्टी के सांसदों, विधायकों और आदिवासियों सहित अन्य नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद इस बात की औपचारिक घोषणा की. ठाकरे ने कहा, “सांसदों की ओर से बिल्कुल कोई दबाव नहीं है, जैसा कि कई खबरों में दावा किया गया है. हालांकि, शिवसेना के कई नेताओं और आदिवासी समुदायों के पदाधिकारियों ने हमसे अनुरोध किया है जिसके बाद हमने राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का निर्णय लिया है.” उद्धव ठाकरे ने कहा, “मेरी पार्टी के आदिवासी नेताओं ने मुझसे कहा कि यह पहली बार है कि किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का मौका मिल रहा है.” ठाकरे ने कहा, “दरअसल, वर्तमान राजनीतिक माहौल को देखते हुए, मुझे उनका समर्थन नहीं करना चाहिए था, लेकिन हम संकीर्ण मानसिकता वाले नहीं हैं.” उद्धव ठाकरे के एलान से ठीक पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी कहा था कि हम राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू का पूरा समर्थन करेंगे. हमारे सभी विधायक पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उन्हें वोट देंगे.

  • उद्धव के सामने पार्टी और साख बचाने का सवाल
    असल में उद्धव ठाकरे के सामने इस समय सबसे बड़ी चिंता पार्टी और अपनी साख बचाने की है। पहले ही बड़ी तादाद में सदस्यों से हाथ धो चुके ठाकरे अब और खतरा उठाने की हालत में नहीं हैं। शिवसेना से 55 में से 40 विधायकों के चले जाने के बाद सांसदों के भी पाला बदलने की आशंकाएं लगातार जताई जा रही हैं। वहीं सोमवार को हुई पार्टी की बैठक में भी कई सांसद नहीं पहुंचे थे। दूसरी तरफ खुद शिवसेना सांसद इस बात का दबाव बना रहे हैं कि पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मूर्मू को समर्थन दे। ऐसे में उद्धव ठाकरे के लिए पार्टी और गठबंधन का बैलेंस बनाए रखने की बड़ी चुनौती पैदा हो गई है। अगर वह सांसदों की बात नहीं मानते हैं तो उन्हें और ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा, जो वह कतई नहीं चाहेंगे।
  • 18 जुलाई को होगा मतदान
    आपको बता दें कि देश के नए राष्ट्रपति के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा और वोटों की गिनती 21 जुलाई को की जाएगी. चुनाव जीतने पर मुर्मू देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी. कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समेत देश के प्रमुख गैर-भाजपा समर्थक दलों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को संयुक्त उम्मीदवार बनाया है.