गीता भवन में सवा लाख पंचमुखी रूद्राक्ष से बनेगा 13 फीट ऊंचा शिवलिंग, प्रतिदिन आम भक्त करेंगे अभिषेक

इन्दौर । मध्यप्रदेश में पहली बार इन्दौर के गीता भवन में सवा लाख पंचमुखी रूद्राक्ष से 13 फीट ऊंचे शिवलिंग का निर्माण होगा। पांच फीट के गोल घेरे में बनने वाले इस शिवलिंग के दर्शन आम जनता को 25 जुलाई से 10 अगस्त तक हो सकेंगे। इस दौरान प्रतिदिन इस शिवलिंग के अभिषेक, दर्शन, पूजन एवं जलार्पण के नियमित अनुष्ठान भी सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक होंगे। समापन अवसर पर आम भक्तों को इन सवा लाख रूद्राक्ष का प्रसाद के रूप में वितरण भी किया जाएगा।
बालाजी सेवार्थ विनोद अग्रवाल फाउंडेशन, सूठीबाई दौलतराम छाबछरिया पारमार्थिक ट्रस्ट, गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट, गीता भवन ट्रस्ट, कल्याण – केटी समूह, स्वस्तिक कोल समूह, रामदेव मन्नालाल गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट एवं गुजरात के उत्सव चेरिटेबल ट्रस्ट वापी के संयुक्त तत्वावधान में यह अनूठा आयोजन श्रावण मास के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। संयोजक प्रेमचंद गोयल एवं किशोर गोयल ने बताया कि गुजरात, महाराष्ट्र एवं राजस्थान के अलावा दुबई में भी अब तक रूद्राक्ष से शिवलिंग निर्माण एवं पूजन के कुल 16 अनुष्ठान हो चुके हैं। गुजरात के वापी शहर के उत्सव चेरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख विजय भाई शास्त्री को अब इन्दौर आमंत्रित किया गया है, जो नेपाल के सवा लाख पंचमुखी रूद्राक्ष से उक्त शिवलिंग का निर्माण गीता भवन परिसर में कर रहे हैं। प्रतिदिन करीब 25 श्रद्धालु रूद्राक्ष को पंचधातु की माला में पिरोकर यह 13 फीट ऊंचे और 5 फीट गोल घेरे वाले शिवलिंग की आकृति बना रहे हैं। सोमवार 25 जुलाई से गीता भवन परिसर में एक 8 फीट ऊंचा मंच बनाकर आम भक्तों के लिए शिवलिंग के दर्शन, पूजन का शुभारंभ होगा। यहां आने वाले श्रद्धालु वहां पहले से रखी पूजन सामग्री से शिवलिंग का पूजन, अर्चन, अभिषेक और जलार्पण कर सकेंगे। इस मंच से पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालु दूसरी ओर बनी सीढ़ियों से नीचे उतरकर बाहर आ सकेंगे। यह क्रम 10 अगस्त अर्थात 16 दिनों तक चलेगा। इस दौरान बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों को भी शिवलिंग पूजन का अवसर मिल सकेगा, ताकि वे विद्यार्जन में यशस्वी बन सकें। यहां आने वाले बच्चों को सरस्वती यंत्र भी भेंट किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शिवलिंग का प्रतिदिन रूद्राभिषेक भी होगा। रविवार को या छुट्टी के दिन स्कूली बच्चों के लिए सरस्वती यज्ञ भी किया जाएगा। अब तक इस तरह के अनुष्ठान अहमदाबाद में 3, गांधी नगर, कलोल, ऊंझा, वापी, बीकानेर, सतारा, मुंबई के भायंदर, मीरा रोड, सूरत तथा दुबई में भी एक-एक बार हो चुके हैं। अब मध्यप्रदेश में पहली बार इन्दौर में यह आयोजन हो रहा है। गीता भवन में इस अनुष्ठान एवं इसके साथ होने वाले पूजन-अर्चन की तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं। शिवलिंग के साथ ईंट एवं सीमेंट से जलाधारी का निर्माण भी किया जाएगा। श्रावण मास में शहर में चल रहे अनुष्ठानों में यह सबसे अलग और विशिष्ट आयोजन होगा। शिवलिंग निर्माण में नेपाल से बुलवाए गए पंचमुखी रूद्राक्ष का ही प्रयोग होगा, जिन्हें समापन दिवस पर भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा। पंचमुखी रूद्राक्ष को नियमित रूप से पहनने या घर में रखने से हर तरह के सुख और वैभव की प्राप्ति होती है। श्रावण में शिव की तरह रूद्र की पूजा भी अत्यंत महत्वपूर्ण मानी गई है।