भीमराव और रमाबाई विधवा पुनर्विवाह के लिए समाज के खिलाफ खड़े होंगे 

 ‘एक महानायक-डॉ- बी.आर.आम्बेडकर‘ की कहानी में अभी महिलाओं के सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को दिखाया जा रहा है। जहां, घरेलू हिंसा जैसी चीज काफी ज्यादा फैली हुई है। भीमराव  और रमाबाईपीड़ितों को उनके अधिकारों के बारे में समझाने और गलत व्यवहार किए जाने पर सही मुआवजा मांगने में मदद करते हैं। अब आगे आने वाली कहानी में विधवा पुनर्विवाह का एक और महत्वपूर्ण मुद्दा दिखाया जाएगा। जिस विधवा को लेकर सवाल खड़ा किया गया है, वह नरोत्तम जोशी की अपनी बहन है, जिसके पति की मौत हो गई है और उसके देवर ने शादी का प्रस्ताव रखा है। इसकी वजह से उसके माता-पिता और ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया। भीमराव और रमाबाई, उस विधवा को उसके अधिकारों के बारे में जागरूक करके और साथ ही अपने देवर से शादी करने की बात समझा कर उसकी मदद करते हैं। और समाज के खिलाफ खड़े हो जाते हैं।