नई दिल्ली । दुनिया भर में मंकीपॉक्स के वायरस को लेकर की दहशत का माहौल है यही कारण है कि लोग हवाई यात्रा को लेकर संशय में हैं। तो इस बीमारी को लेकर विशेषज्ञों की राय है कि सहयात्री भले ही वह संक्रमित क्यों न हो, उससे बचा जा सकता है। दरअसल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से केरल लौटे एक 22 वर्षीय व्यक्ति की मौत के बाद से हवाई यात्रा को लेकर लोग चिंतित हैं। वहीं इस घटना ने देश में मंकीपॉक्स को लेकर दहशत का स्तर भी बढ़ा दिया। केरल लौटे इस युवक ने पांच दिनों तक किसी भी स्वास्थ्य केंद्र में रिपोर्ट नहीं की थी और 30 जुलाई को एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) के कारण उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना से परेशान केंद्र सरकार ने यूएई में अधिकारियों से पूछा कि आखिर वायरल संक्रमण के लिए पॉजिटिव टेस्ट के बावजूद इस युवक को कैसे उड़ान भरने की अनुमति दी गई? दुनिया भर में मंकीपॉक्स के मरीज मिल रहे हैं। यदि आप मंकीपॉक्स से संक्रमित किसी यात्री के साथ विमान में हैं तो क्या आपको वायरस का खतरा है?
विशेषज्ञों के अनुसार, इसकी संभावना नहीं है। उनका मानना है कि यह संक्रमण मुख्य रूप से त्वचा से त्वचा, मुंह से मुंह या किसी ऐसे व्यक्ति के साथ यौन संपर्क से फैलता है जिसे मंकीपॉक्स के चकत्ते हों। यह संक्रमण घावों या उसमें मौजूद तरल पदार्थ के सीधे संपर्क में आने या दूषित सामग्री जैसे लिनेन के अप्रत्यक्ष संपर्क से भी फैल सकता है। इसके अलावा बड़ी श्वसन बूंदें संचरण का एक तरीका हो सकती हैं। संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक और निकट संपर्क के कारण भी वायरस का संक्रमण हो सकता है। लेकिन यदि आप कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मास्क पहने रहते हैं तो आप मंकीपॉक्स से बच सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, पुरुषों के साथ यौन संबंध (एमएसएम) करने वाले पुरुषों में इसका संक्रमण देखा गया है। यह संक्रमण का सबसे प्रभावी तरीका माना जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में यौन संचारित संक्रमणों के सलाहकार एंडी सीले के अनुसार, ‘हम ऐसे मामले देख रहे हैं जो बड़े पैमाने पर पुरुषों पर केंद्रित हैं। और जब हम उन मामलों को देखते हैं, तो हम पाते हैं कि वास्तव में इसमें ऐसे पुरुष अधिक हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं। महिलाओं और बच्चों में कुछ ही मामले सामने आए हैं, लेकिन ये बहुत सीमित हैं।
यदि आप या आपके आस-पास कोई अस्पष्टीकृत चेचक जैसे चकत्ते, बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, गहरी कमजोरी या सूजी हुई लिम्फ नोड्स के साथ हो, तो बिना देरी किए डॉक्टर को दिखाना चाहिए। बीते 21 दिनों में यदि आपने अंतरराष्ट्रीय यात्रा की है तो भीमंकीपॉक्स का खतरा हो सकता है। ऐसे में सतर्कता जरूरी है। अभी मंकीपॉक्स को लेकर मौत का खतरा बेहद कम है। यह 1 प्रतिशत से भी कम है। मंकीपॉक्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। होम आइसोलेशन में इलाज करने से यह संक्रमण ठीक हो जाता है।