इन्दौर । जिस प्रकार संसार के कामों में हमारी रूचि होती है। उसी प्रकार परमात्मा की भक्ति के प्रति भी जब तक रूचि नहीं होगी हम भक्ति नहीं कर सकते। भक्ति करने के लिए निर्मल मन व शुद्ध विचार हमारे अंदर होना जरूरी है। तभी हम ईश्वर का साक्षात्कार कर सकते हैं। उक्त विचार हर्षभाई शाह ने छोड़ा बांगड़दा रोड़ स्थित हाईलिंक सिटी स्थित पार्श्वकल्पतरू धाम में रविवार को धर्मसभा में संबोधित करते हुए व्यक्त किए। पर्युषण पर्व के पांचवे दिन हाईलिंक सिटी स्थित पार्श्वकल्पतरू धाम में कल्पसूत्र के वाचन के अंतर्गत भगवान महावीर जन्म वाचन समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर माता त्रिशला के देखे 14 स्वप्नों के वाचन के साथ उनका दर्शन-पूजन भी हुआ। श्री धरणीधर पार्श्वनाथ श्वेताम्बर जैन मूर्तिपूजक ट्रस्ट एवं श्रीसंघ के पुण्डरिक पालरेचा ने बताया कि रविवार को आयोजित महोत्सव में भगवान पार्श्वनाथ का अद्भूत श्रृंगार के साथ मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था। जन्म वाचन समारोह में लड्डू की प्रभावना के लाभार्थी ममता रोड़ लाईन्स मुंबई एवं पालनाजी का जागरण हाईलिंक सिटी निवासी सुरेश एवं गौरव लोढ़ा ने लिया। कार्यक्रम में वीरेंद्र गुप्ता, राजेश जैन, नीलेश वडेरा, दीपक सुराणा, कपिल कोठारी, अंकित मारू, धीरज पालरेचा, विशाल बम सहित सैकड़ों समाज बंधु उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शांतु पालरेचा एवं सुरेश बोथरा ने किया।