नई दिल्ली । निर्वाचन आयोग ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को मशाल चुनाव चिन्ह का आवंटन किया है। चुनाव आयोग ने धार्मिक अर्थों का हवाला देते हुए चुनाव चिन्ह के रूप में ‘त्रिशूल’ की मांग करने के उद्धव गुट के दावे को खारिज कर दिया है। शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच विवाद को लेकर आयोग ने आदेश जारी कर उद्धव ठाकरे गुट के लिए पार्टी के नाम के रूप में ‘शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ नाम आवंटित किया। जबकि एकनाथ शिंदे के गुट को ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ नाम आवंटित किया है।
चुनाव आयोग ने धार्मिक अर्थों का हवाला देते हुए शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुट द्वारा ‘त्रिशूल’ और ‘गदा’ को चुनाव चिन्ह के रूप में आवंटित किए जाने के दावे को खारिज कर दिया। निर्वाचन आयोग ने यह भी बताया कि दोनों धड़ों द्वारा मांगा गया ‘उगता सूरज’ चुनाव चिन्ह तमिलनाडु और पुडुचेरी में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के लिए आरक्षित था।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने 8 अक्टूबर के अपने अंतरिम आदेश में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत खेमों के पार्टी का नाम और इसके चुनाव चिह्न का उपयोग करने पर रोक लगा दी थी। दोनों गुटों द्वारा किए गए दावे के बाद अंतरिम आदेश जारी करते हुए आयोग ने उनसे सोमवार तक अपनी पसंद के तीन-तीन वैकल्पिक नाम (पार्टी के) और चिह्न सुझाने को कहा था।
विधानसभा की अंधेरी ईस्ट सीट पर होने जा रहे उपचुनाव के नजदीक आने पर ‘धनुष-बाण’ चिह्न आवंटित करने के शिंदे खेमे के अनुरोध के बाद यह अंतरिम आदेश आया था। अंधेरी ईस्ट सीट पर उपचुनाव के लिए जारी की गई अधिसूचना के मुताबिक नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 14 अक्टूबर और मतदान की तारीख तीन नवंबर 2022 है।