नर्सरी एडमिशन के लिए 332 स्कूलों ने शेयर किया एडमिशन क्राइटेरिया

नई दिल्ली । दिल्लीःनर्सरी एडमिशन के लिए 332 प्राइवेट स्कूलों (करीब 20 प्रतिशत) ने अपना एडमिशन क्राइटेरिया शिक्षा निदेशालय से साझा नहीं किया है जबकि 2 दिसंबर को ओपन सीट के लिए क्राइटेरिया अपलोड करने का आखिरी दिन था। शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों का कहना है कि इन स्कूलों को मौखिक तौर पर चेतावनी दी जा रही है और अगर उसके बाद भी एडमिशन क्राइटेरिया वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया तो एक्शन लिया जाएगा। गुरुवार तक 1727 में से ऐसे 332 स्कूल थे जिनके एडमिशन के आधार पर कोई जानकारी नहीं मिली थी। निदेशालय की वेबसाइट में इनकी लिस्ट दी गई है। शिक्षा निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हमने सभी डिस्ट्रिक्ट के डिप्टी एजुकेशन डायरेक्टर की ओर से इन स्कूलों को मौखिक तौर पर चेतावनी दी है। शुक्रवार को एक बार फिर से इन्हें अलर्ट किया जाएगा वरना आगे एक्शन लेंगे। शिक्षा निदेशालय स्कूलों के एडमिशन क्राइटेरिया की स्क्रूटनी भी कर रहा है ताकि हाई कोर्ट से बैन अनुचित एडमिशन क्राइटेरिया जैसे मैनेजमेंट पहले आओ पहले पाओ ट्रांसफर इंटरव्यू के आधार पर दाखिले न हों। नर्सरी के फॉर्म 23 जनवरी तक भरे जाएंगे और पहली एडमिशन लिस्ट 20 जनवरी को जारी होगी। कई प्राइवेट स्कूल अनुचित एडमिशन क्राइटेरिया पर दाखिले करते हैं। इसी वजह से एडमिशन क्राइटेरिया अपलोड करना जरूरी है। नियम का उल्लंघन करने वाले ज्यादातर स्कूल छोटे प्राइवेट स्कूल हैं। 13 जिलों में से सबसे ज्यादा वेस्ट-बी जिले के हैं। यहां 175 स्कूलों में से 62 ने एडमिशन क्राइटेरिया नहीं दिया है। 52 स्कूल नॉर्थ वेस्ट-ए जिले के हैं जिसने एडमिशन क्राइटेरिया की जानकारी नहीं दी है जबकि पारदर्शिता और पैरंट्स की जरूरत को देखते हुए यह अनिवार्य है। नॉर्थ ईस्ट के भी 47 स्कूलों और ईस्ट जिले के 46 स्कूलों ने एडमिशन क्राइटेरिया की जानकारी नहीं दी है। नॉर्थ वेस्ट-बी के 206 में से 36 प्राइवेट स्कूलों और साउथ ईस्ट के 107 में से 23 स्कूलों ने भी साफ नहीं किया है कि एडमिशन किस आधार पर किए जा रहे हैं।