ज्योतिषी महाकुंभ में बोले विद्वान – देश में कोरोना मार्च-अप्रैल में आएगा लॉकडाउन लगने की संभावना रहेगी –

इन्दौर । गीता में लिखा गया है कि ये संसार उल्टा पेड़ है। इसकी जड़ें ऊपर और शाखाएं नीचे हैं। यदि कुछ मांगना और प्रार्थना करना है तो ऊपर करना होगी नीचे कुछ भी नहीं मिलेगा। आदमी का मस्तिष्क उसकी जड़ें हैं। उसी तरह यह ज्योतिष विज्ञान भी वृहत्तर है जिसे समझना और समझाना मुश्किल है।
उक्त विचार मां भुवनेश्वरी ज्योतिष वास्तु कर्मकांड शोध संस्थान द्वारा नृसिंह वाटिका में आयोजित दो दिवसीय वेदांग ज्योतिष महोत्सव एवं अलंकरण समारोह के समापन अवसर देश-विदेशों से आए विद्वानों ने ज्योतिषाचार्यों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मां भुवनेश्वरी ज्योतिष वास्तु कर्मकाण्ड शोध संस्था अध्यक्ष पं. संतोष भार्गव एवं पूर्व राज्यमंत्री एवं विश्व ब्राह्मण समाज संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. योगेंद्र महंत ने बताया कि ज्योतिषाचार्यों ने नववर्ष व कोरोना को लेकर भी भविष्यवाणियां की। बगुलामुखी साधिका अर्चना सरमंडल ने कहा कि 2023 का यह नववर्ष सभी जातकों की राशियों में प्रभाव डालेगा। शनि और गुरू की स्थिति बदलने से मेष धनुष और मीन राशि वाले जातकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा तो वहीं वृषभ कर्क तुला और धनु राशि के जातकों के लिए यह साल शुभ रहेगा। उन्होंने कोरोना को लेकर भी भविष्यवाणी करते हुए कहा कि देश में कोरोना मार्च-अप्रैल में आ सकता है और इसमें लॉक डाउन लगने की पूर्ण संभावना रहेगी। लेकिन पिछले दो वर्षों में जो कोरोना से जान-माल की हानि हुई थी वह इस कोरोना काल में हानि होने की संभावना कम रहेगी है। वहीं ज्योतिषाचार्य राजेश पंड़‍ित ने कहा कि साल 2023 में सभी 12 राशियों के जातकों के लिए शुभ माना गया है। वर्ष के प्रारंभ से ही व्यापार व व्यवसाय बढ़ेगा एवं सभी की उन्नति होगी। उन्होंने हस्तरेखा व जन्म कुंडली का महत्व बताते हुए कहा कि हस्तरेखा में वर्तमान की स्थितियों का आंकलन कर भविष्य बताया जाता है जबकि जन्म कुंडली में जातक का भूतकाल भविष्य व वर्तमान दोनों बताया जा सकता है। उन्होंने सभी 12 राशियों के जातकों की समस्याओं का समाधान हनुमान चालीसा के पाठ में बताया है। उन्होंने कहा कि सभी ग्रहों की शांति के लिए हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करने से ग्रहों का प्रभाव जातक पर कम पड़ता है। इसीलिए सभी लोगों को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। रविवार को प्रदेशभर से आए ज्योतिषाचार्यों और विद्वान पंडि़तों ने समापन अवसर पर ज्योतिषी विद्या पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए। नृसिंह वाटिका में आयोजित वेदांग महोत्सव के समापन अवसर पर महाकुंभ में राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निसाध जीडी वशिष्ठ (लाल किताब) आचार्य मनीष (अहमदाबाद) अशोक बडज़ात्या सुनील जैन राहुल देव (दतिया) डॉ. हिना विजय ओझा डॉ. अर्चना सरमंडल आभा जैन डॉ. विनायक पाण्डेय चन्द्रभूषण व्यास पं. राजेंद्र शास्त्रीड़ॉ. राजकुमार अग्रवाल सुरेश आर शर्मा सीएल चौरे आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा सहित देवास भोपाल उज्जैन दिल्ली जयपुर अजमेर अहमदाबाद दरभंगा मुंबई दिल्ली अहमदाबाद सहित स्थानीय ज्योतिषी शामिल हुए थे। ज्योतिषी सम्मेलन का संचालन हितेंद्र शुक्ला (बैतूल) ने किया एवं आभार महंत जुगल बाबा ने माना।
:: ज्योतिषियों का हुआ सम्मान ::
नृसिंह वाटिका में आयोजित दो दिवसीय ज्योतिषी वास्तु महासम्मेलन में देवास भोपाल उज्जैन दिल्ली जयपुर मुंबई पूणे उदयपुर जोधपुर देवास रतलाम सहित स्थानीय ज्योतिषियों का सम्मान भी मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया।
:: दिनभर चला परामर्श का दौर ::
वेदांग ज्योतिष महोत्सव आयोजक पं. संतोष भार्गव एवं जितेंद्र गुप्ता (जीतू बाबा) ने बताया कि समापन अवसर पर हजारों की संख्या में लोगों ने अपनी जन्म कुंडली और हस्तरेखा विद्वान ज्योतिषाचार्यों को दिखाई। सभी ज्योतिषाचार्यों ने सभी हस्त रेखा कुंडली देख सभी की जिज्ञासाओं को शांत किया साथ ही उन्हें समाधान करने के उपाय भी बताए।