:: कप्तान रोहित शर्मा व स्टीव स्मिथ के हाथों हुआ कर्नल सी.के. नायडू की आदमकद प्रतिमा का अनावरण ::
इन्दौर । बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए इन्दौर के होलकर स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट मुकाबले से पहले आयोजित एक समारोह में लॉर्ड्स और ईडन गार्डन की तर्ज पर घंटी बजाकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले को प्रारंभ करने की परंपरा की शुरूआत ही। इस मौके पर भारत के पहले टेस्ट कप्तान कर्नल सी.के. नायडू की आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी मैदान पर हुआ। इस प्रतिमा को एमपीसीए के प्रस्तावित म्यूजियम में रखा जाना है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टॉस के तुरंत बाद यह समारोह आयोजित किया गया। म.प्र. क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर और इन्दौर होलकर राजवंश के प्रिंस रिचर्ड होलकर (शिवाजी राव) ने होलकर स्टेडियम में खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम के सामने लगाई गई पीतल की बड़ी घंटी बजाई और दर्शकों को भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट के औपचारिक आगाज़ का संकेत दिया। पॉंच दिवसीय टेस्ट मुकाबले में हर दिन खेल शुरू होने से पांच मिनट पहले खेल से जुड़ी हस्तियां घंटी बजाकर खेल शुरू होने का संकेत देंगी।
घंटी बजाकर मैच शुरू करने की परम्परा लार्ड्स लंदन और ईडन गार्डन कोलकाता सहित कई मैदानों द्वारा निभाई जाती है; अब इन्दौर का होलकर स्टेडियम भी इन मशहूर मैदानों की जमात में शामिल हो गया है; म.प्र. क्रिकेट एसो. घंटी बजाकर मैच शुरू करने की इस परम्परा को जारी रखेगा। इस मौके पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ ने भारत के पहले टेस्ट कप्तान कर्नल सी.के. नायडू की आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी किया। इसमें नायडू को फौजी वेश-भूषा में दिखाया गया है। ज्ञात हो कि तत्कालीन होलकर राजवंश की सेना में कर्नल की मानद उपाधि से सम्मानित सी.के. नायडू की कप्तानी में भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच 1932 में लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इस मौके पर बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले भी विशेष रूप से उपस्थित थे।