एक्टर अनिरुद्ध दवे का दिवंगत एक्टर सतीश कौशिक से गहरा रिश्ता रहा है। जयपुर कॉटयोर शो में आए अनिरुद्ध ने कहा कि मैंने हमेशा सतीश सर को अपने करीब पाया है। वे मेरे पिता तुल्य थे, मेरे गुरु रहे है। मैं उस समय को नहीं भूल सकता जब मुझे कोविड हुआ था और भोपाल के हॉस्पिटल में आइसीयू में एडमिट था। वह ऐसा लम्हा था, जब मैं सबसे कठिन वक्त से गुजर रहा था। तब सतीश कौशिक ऐसे पहले इंसान थे, जो रोज डॉक्टर्स से बात करते थे और मेरा हेल्थ बुलेटिन जानते थे। ऐसा कोई दिन नहीं जाता था जब वे डॉक्टर्स से मुझे ठीक करने की मिन्नते करते थे और उन्हें कहते थे कि अनिरुद्ध की हिम्मत बढ़ाते रहना।
अनिरुद्ध ने कहा किमेरे साथ हरियाणवी फिल्म छोरी छोरों से कम नहीं होती बनाईं। उसे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। इस दौरान 10 साल जरूर लगा, लेकिन उन्होंने जो कहा वो अच्छे से पूरा किया। लेकिन बहुत सारी चीजे अधूरी रह गई। मेरे सपनों को पूरा करने में उनका अहम योगदान रहा है।