:: सुबह 3 बजे अंतिम भक्त ने ग्रहण की महाप्रसादी, 400 लोगों ने की परोसगारी, 200 लोगों ने संभाली अन्य व्यवस्था ::
:: शहर के 25 मंदिरों में लगा अखण्ड भंडारे का भोग, अंतिम चौराहे से भूतेश्वर मंदिर तक हुई परोसगारी ::
इन्दौर । पंचकुईया स्थित वीर बगीची में हनुमान जन्मोत्सव के तहत अखण्ड भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें 40 हजार से अधिक भक्तों ने महाप्रसादी ग्रहण की। शाम 6 बजे से शुरू अखण्ड भंडारा सुबह 3 बजे अंतिम भक्त आने तक जारी रहा। वहीं अखण्ड भंडारे में प्लास्टिक मुक्त अभियान का संदेश देते हुए भक्तों को हरे पत्ते पर भोजन परोसा गया एवं लौटे से पानी पीने की व्यवस्था की गई थी। वीर बगीची में हुए इस अखंड भंडारे की व्यवस्था गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनानंद महाराज स्वंय देखी व भक्तों को भोजन भी परोसा।
वीर अलीजा भक्त मंडल ने बताया कि अखण्ड भंडारे की शुरूआत वीर अलीजा सरकार को भोग लगाकर की गई। भंडारे में चक्की, नुकती, पूड़ी, सेंव, झोलिया, सब्जी प्रसादी बनाई गई थी। महाप्रसादी शहर के आम से लेकर खास ने ग्रहण की। अलीज सरकार के इस अंखड भंडारे में आसपास के श्रद्धालुओं के साथ ही अन्य क्षेत्रों के भक्त भी बड़ी संख्या में अलीजा सरकार के दर्शनों का लाभ लेने पहुंचे थे।
:: महिलाओं व युवतियों ने की परोसगारी ::
गादीपति बालब्रह्मचारी पवनानंद महाराज ने बताया कि भक्तों को बैठाकर भोज कराने की व्यवस्था की गई थी। सुसज्जित तरीके से भक्तों को सम्मान पूर्वक बैठाया गया। इसके बाद अलग-अलग हिस्सों में महिला-पुरुषों को भंडारे का भोज करवाया गया। देर रात तक भक्तों का भंडारे में आने का सिलसिला चलता रहा।
:: 400 लोगों ने संभाली व्यवस्था ::
अंतिम चौराहे से भूतेश्वर तक भंडारे की व्यवस्था की गई थी। अखंड भंडारे में 400 लोगों ने परोसगारी में सेवाऐं दी तो वहीं 200 लोगों ने अन्य व्यवस्थाएं संभाली। भंडारे में भक्त मंडल के साथ-साथ महिलाएं एवं युवतियों ने भी अपनी सेवाऐं दी।
:: 25 से अधिक मंदिरों में लगा भोग ::
वीर अलीजा सरकार के इस अखंड भंडारे का भोग वीर बगीची के साथ-साथ शहर के 25 अति प्राचीन मंदिरों पर भी लगाया गया। जिनमें व्यंकटेश मंदिर, जानकीनाथ मंदिर, वनखंडी हनुमान मंदिर, रणजीत हनुमान मंदिर सहित अनेक मंदिर शामिल है।