मध्य भारत की पहली नॉनस्टॉप सीताराम डाक कावड़ यात्रा ::

इन्दौर । सावन सोमवार इन्दौर से उत्तराखंड के लिए वाहनों के काफिलों के साथ सैकड़ो का बढ़िया अलग-अलग जात्थो में रवाना हुए सोमवार शाम को हर हर महादेव और गंगा माता के जयकारा के साथ अरण्य धाम संत आश्रम में आसपास का क्षेत्र क्षेत्र गुज उठा। वाहनों का काफिला एक के बाद एक रवाना होता गया और कावड़िए जोश उत्साह और श्रद्धा के साथ बैठते गए। मध्य भारत की पहली नॉनस्टॉप जननी सीताराम डाक कावड़ का स्वागत करने के लिए अलग-अलग स्थान पर उत्साह का माहौल पर 1500 किलोमीटर तक बना रहेगा।
पूर्वी क्षेत्र के सिद्ध स्थान अरण्य धाम संत आश्रम के अधिष्ठाता महंत 108 रामजी बाबा और सीताराम भक्त मंडल के कमलेश्वर सिंह सिसोदिया ने बताया कि सोमवार शाम को 200 के करीब कावड़िए चार आईसर, 6 पिकअप, कार ओर अन्य वाहनों से रवाना हुए 18 अगस्त को हरिद्वार के गंगोत्री पहुंचेंगे वहां से 19 अगस्त को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूजन अर्चन के बाद सीताराम डाक कावड़ नॉनस्टॉप जर्नी शुरू होगी एक कावड़ को लेकर बारी-बारी से कावड़ दिए दौड़ेंगे और इसी प्रकार दौड़ लगाते हुए तकरीबन 25 अगस्त को इन्दौर पहुंचेंगे अरण्य धाम संत आश्रम स्थित राम रामेश्वर महादेव का मां गंगा के जल से जलाभिषेक किया जाएगा।
:: यहां से गुजरेगी कावड ::
महंत रामजी बाबा ने बताया कि 19 अगस्त को गंगोत्री से ऋषिकेश हरिद्वार मेरठ दिल्ली गुड़गांव शाहपुरा जयपुर चाकसू निवाई टोंक देवली बूंदी कोटा झालावाड़ सोयल सुसनेर आगर मालवा उज्जैन शामिल होते हुए मरीमाता चौराहे से इन्दौर में प्रवेश करेगी यहां से राजवाड़ा की परिक्रमा करते हुए कावड़िए 78 धाम संत आश्रम पर अनुव्रत दौड़ते हुए पहुंचेंगे।
:: 30-30 कावड़ियों के जत्थे, एक कावड़िया दौड़ेगा 100 से 200 मीटर ::
मध्य भारत की पहली बिना रुके 1500 किलो मीटर रात दिन दौड़कर चलने वाली पहली सीताराम डाक कावड़ नॉन स्टॉप जर्नी के लिए के बारे में भक्त मंडल के कमलेश्वर सिंह सिसोदिया ने बताया कि महंत राम जी बाबा के सानिध्य में 30-30 कावड़ियों के अलग-अलग जत्थे तैयार किए गए हैं 150 कावड़ियों के पांच समूह बनाए गए हैं हर एक समूह के लिए अलग-अलग व्यवस्था और सुरक्षा दल भी श्रद्धालु साथ रहेंगे एक जात्था तीन से चार घंटे नॉनस्टॉप डाक को लेकर अलग-अलग दौड़ेंगे एक कावड़िया 100 से 200 मीटर तक दूरी तय कर आगे रुक कड़ियाए को कावड़ पास ऑन करेगा और इस प्रकार एक दूसरे को देते हुए एक कावड़ बिना रुके रात दिन माता गंगा का जल लेकर इन्दौर 25 अगस्त तक पहुंचेगी और यहां गंगोत्री से लेआए जल से राम रामेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया जाएगा। तकरीबन 1 घंटे में 9 से 11 किलोमीटर का सफर दौड़ते हुए तय करने का लक्ष्य रखा गया है। कमलेश्वर सिंह सिसोदिया ने बताया कि डाक कावड़ की विशेषता होती है कि इसमें कावड़ सिर्फ एक होती है उसे लेकर ही बारी-बारी से कावड़ यह बिना रुके रात दिन दौड़ते हैं।