तिरुवनंतपुरम । कांग्रेस के लोकसभा सदस्य शशि थरूर को सीडब्ल्यूसी में शामिल करने से उनके समर्थकों में भारी खुशी का माहौल बन गया है। जानकार बता रहे हैं कि पुनर्गठित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) में शामिल होने के साथ ही तीन बार के कांग्रेस के लोकसभा सदस्य शशि थरूर की किस्मत आखिरकार फिर खुलती नजर आ रही है। बता दें कि पिछले साल पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में हारने के बाद उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया था। कुछ लोगों ने थरूर के राजनीतिक अवसान की बात करनी शुरू कर दी थी। उनके समर्थक इस बात को लेकर चिंतित थे कि अगर उन्हें सीडब्ल्यूसी में शामिल नहीं किया जाता है तो यह उनके लिए बहुत बड़ा झटका होगा। लेकिन जैसे ही थरूर को पार्टी के शीर्ष निकाय में शामिल करने की खबर फैली, उनके समर्थकों ने राहत की सांस ली। हालांकि शशि थरूर को ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जा रहा है, जिनकी पूरे केरल में पार्टी के कार्यकर्ताओं और उन लोगों के बीच पकड़ है, जो कांग्रेस को वोट देना पसंद करते हैं।
एक मीडिया समीक्षक ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि थरूर के पास बहुत बड़ा समर्थन आधार है। राष्ट्रीय स्तर पर और केरल में कांग्रेस का इतिहास यह है कि केवल पद धारण करने वाले नेता के ही बड़े पैमाने पर प्रशंसक होते हैं, एकमात्र अपवाद स्वर्गीय ओमन चांडी चांडी हैं। समीक्षक ने कहा कि भले ही पार्टी के भीतर थरूर को समर्थन प्राप्त न हो, लेकिन वह वर्तमान में 18 से 23 वर्ष के आयु वर्ग में सबसे लोकप्रिय कांग्रेस नेता हैं और सीडब्ल्यूसी में उनके शामिल होने से पार्टी के भीतर उनका समर्थन आधार बढ़ सकता है, खासकर असंतुष्ट लोगों का, जो वीडी सतीसन और के. सुधाकरन के वर्तमान नेतृत्व के साथ तालमेल बिठाने में असमर्थ हैं।