(श‍िक्षक दिवस पर विशेष) खंडवा के शिक्षक दीपक निमाडे अनोखी विधि से है पढ़ाते है; यूट्यूब पर हुए फेमस –

खंडवा/इन्दौर। हमारे देश में गणित को हम हमेशा कठिन विषय मानते हैं पर यह बात गलत है। गणित से सरल कोई विषय नहीं है।
छोटी क्लास के बच्चों को पहाड़े कठिन पड़ते हैं। पर उनको सरल बनाया जा सकता है। गणित के ही शब्द में उसका अर्थ छुपा है, यह कहना है खंडवा के शिक्षक दीपक निमाडे का जो 1 से 100 तक के पहाड़े आसानी से चुटकियो में बिना याद किये सीखा देते है। साथ ही गणित के कठिन विधियों को भी जादुई विधि से हल करने की कला बच्चों को सीखा रहे है।
खंडवा की दुबे कॉलोनी निवासी 55 वर्षीय दीपक निमाडे जो पेशे से एक शिक्षक है वह शिक्षा में एमएससी गणित है। घर पर बच्चों को कोचिंग क्लासेस, के साथ सँगीत कार्य एवम छोटा सा व्यवसाय, भी करते है। वह 30 साल से कोचिंग पढ़ा रहे है। इन्होंने बच्चों को कठिन लगने वाले पहाड़ो को जादुई तरीके से बिना याद किये लिखने की विधि इजात की है वह 1 से 100 तक के पहाड़े चुटकियो में जादुई विधि से हल कर देते है। इंटरनेट पर यूट्यूब पर वीडियो के माध्यम से भी यह कठिन से कठिन लगने वाले सवालों को हल करने की विधि बच्चों को सीखा रहे है।भूत की तरह डराने वाले गणित के सवाल अब बच्चों द्वारा चुटकी बजाकर हल किए जा रहे हैं। छात्र जोड़, घटाने, गुणा और भाग पलक झपकते ही कर रहे हैं। दीपक निमाडे ने बच्चों को संख्याओ को आसानी से जोड़ना,समतुल्य भिन्न बनाने का तरीका ,वर्ग ज्ञात करने की मजेदार विधि, दो अंको का वर्ग ज्ञात करने का आसान तरीका, छोटे बच्चो के लिए गुणा करने का आसान तरीका , 100 से छोटी संख्याओ का आसानी से गुणा करना, तीन अंको का आसान गुणा, पैसे को रुपयो मे बदलना अन्य सभी गणीतिय विधि सिखाया है।
:: गणित सिखाने का नया तरीका निकाला ::
शिक्षा के क्षेत्र में इस शिक्षक के प्रयोग को सराहना मिल रही है। बच्चों को इनसे नई विधि से गणित सीखने के लिये प्रेरित भी कर रहे है। अपने यूट्यूब चैनल पर ऑनलाइन शिक्षा भी दे रहे है। दीपक निमाडे बताते हैं कि इस नवाचार से जहां बच्चों को पहाड़े रटने की प्रवृत्ति से छुटकारा मिलेगा और गणितीय क्षमता का विकास भी होगा। कक्षा में बच्चों को गणित के सवाल तो दिया जाता है, लेकिन उसे हल करने और बच्चों को सिखाने के लिए कोई सरल उदाहरण नहीं है। इश्लिये यह पद्धति से में बच्चों को सिखाता हु। बच्चे अंकों का पहाड़ा याद नहीं कर पाते हैं। ऐसे नवाचारों से बच्चों में गणित सीखने की रुचि भी बढ़ेगी।पढ़ाने वाले शिक्षकों को सरल तरीका मिलेगा, जिसका अभी गणित के पुस्तक में अभाव है। आज शिक्षक दिवस पर इस निराले शिक्षक को नमन है।