चुनाव चिन्ह बदलने से लोगों के दिल नहीं बदलते
पार्टियां तोड़ने की भाजपा प्रतिशोधी राजनीति को खारिज करेगी जनता
नई दिल्ली । आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीट साझा को लेकर इंडिया गठबंधन में शामिल दलों की सहमति नहीं बनने से पार्टी के समक्ष बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ और लोकसभा में साथ-साथ चुनाव लड़ने का फॉर्मूला दिया है। उन्होंने तर्क दिया है कि इससे सीट-बंटवारे को लेकार जारी मतभेदों को दूर किया जा सकता है। पार्टियों को तोड़ने का आरोप लगाते हुए उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष भी किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को अपना चुनाव चिन्ह कमल से बदलकर वॉशिंग मशीन कर लेना चाहिए।
एनसीपी की कार्यसमिति की बैठक में शरद पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि चुनाव चिन्ह बदलने से लोगों के दिल नहीं बदलते हैं। उन्होंने कहा कि वे अब तक पांच सिंबल पर चुनाव लड़े हैं और हर बार जीत हासिल की है। पार्टी कार्यकर्ताओं को यह संदेश ऐसे समय में दिया गया है जब चुनाव आयोग शुक्रवार को एनसीपी के दोनों गुटों की याचिकाओं पर सुनवाई करेगा।
अपने राजनीतिक सफर के बारे में बात करते हुए शरद पवार ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले जुए वाले बैलों की जोड़ी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा, फिर चरखे पर, गाय और बछड़े और हाथ के बाद अंत में एनसीपी के घड़ी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा। हर समय लोगों ने मुझे अपना आशीर्वाद दिया। इस देश की आम जनता काफी समझदार है। इसलिए हमें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। चुनाव चिन्ह बदलने से लोगों के दिल नहीं बदलते हैं।
शरद पवार ने कहा कि देश का मूड बदल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई भारत के मानचित्र को देखे तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि भाजपा ने कितने राज्यों में चुनाव के माध्यम से और कितने में पार्टियों को तोड़कर जीत हासिल की। शरद पवार ने कहा कि भारत के लोग भाजपा की इस प्रतिशोधी राजनीति को स्वीकार नहीं करेंगे। हम इंडिया गठबंधन के माध्यम से एक विकल्प देने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि कुछ मतभेद हैं। उदाहरण के लिए पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस, और तृणमूल कांग्रेस और वामपंथियों के बीच। इसलिए हम जो कह रहे हैं वह व्यापक भलाई के लिए है। लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ना है। बाद में आप विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ सकते हैं।
आप नेता संजय सिंह की गिरफ्तारी और संबंधित छापे के बारे में बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने से पहले लोगों को ईडी के बारे में शायद ही पता था। भाजपा ने लोगों को इसके अस्तित्व के बारे में जागरूक किया है। उन्होंने राजनीतिक भाषण देने और विपक्ष पर हमला करने के लिए आधिकारिक कार्यक्रमों का दुरुपयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला करते हुए कहा कि उन्हें सरकार के प्रमुख होने और एक पार्टी नेता होने की भूमिका में अंतर करना चाहिए।
राकेश/ईएमएस/06 अक्टूबर