इन्दौर | ताई के नाम से हर आम और खास द्वारा स्वप्रेरणा से सम्मानित लगातार आठ बार इन्दौर की सांसद रह चुकी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का भी आखिर इन्दौर नगर निगम की उलजुलूल कार्रवाई के चलते सब्र टूट गया। आमतौर पर बहुत ही शालीन और संयमित रहने वाली सुमित्रा महाजन ने नगर निगम के अधिकारियों की बगैर प्लानिंग शहर की हर गली मोहल्ले और सड़क पर चल रही खुदाई पर विडियो जारी करते जमकर भड़ास निकाली। परेशान शहरवासियों की हालत देख ताई ने अधिकारियों को लताड़ लगाते स्पष्ट कहा कि बाहर से आए अधिकारियों पहले इंदौर को तो समझो, लोगों से बात करों फिर योजना बनाओ और काम करों।
बता दें कि वैसे तो नगरनिगम के इन लापरवाह अधिकारियों ने पूरे शहर में तकरीबन हर गली की सड़क को किसी न किसी कारण से खोद कर छोड़ रखा है, छोटे से छोटा काम भी सड़क खोदने के बाद पंन्दह बीस दिन तक नहीं किया जाता है गुजरने वाले राहगीरों की बहुत परेशानी होती है वहीं आए दिन वाहनों में टक्कर लगने और विवाद होने की घटनाओं की ख़बर बनती ही रहतीं हैं।
परन्तु निगम के लापरवाह अधिकारियों की अति तो तब हो गई जब सबसे बड़े त्योहार दीपावली पर शहर के हृदय स्थल यशवंत रोड़ की मुख्य सड़क भी खोद कर पिछले बीस दिनों से इन्होंने पटक दी। राजवाड़ा क्षेत्र की इस अहम सड़क को इस तरह को खोदकर पटके रहने से ताई के भी सब्र का बांध टूट गया। सुमित्रा महाजन का कहना है कि त्योहार के बीच जब पूरा शहर इस प्रिंस यशवंत रोड से गुजरता है तो फिर त्योहार के पहले इसे खोदने की जरूरत क्या थी? या तो ऐसी प्लानिंग करते कि त्योहार के पहले काम पूरा हो जाए और यदि ऐसा नहीं कर सकते थे तो फिर काम शुरू नहीं करना था। इस समय पूरी धूल उड़ रही है, लोग परेशान हो रहे हैं। इन्दौर वासियों का दर्द समझते महाजन बोली कि आजकल समझ नहीं आता नगर निगम में जो अधिकारी है इंदौर को देखकर कुछ नहीं करते हैं क्या? काम करना है कर लो। ढंग से साकेत नगर की सड़क बनी भी नहीं कि फिर दोबारा खोद दिया। कमिश्नर को फोन किया, अब दोबारा क्या हो रहा है? लाइन डालना है तो एक बार खोदो, बार-बार सड़क खोदोगे क्या?
सुमित्रा महाजन का कहना है कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों की सुने, उन्हें साथ लें। समन्वय बनाएं, योजना बनाएं और पहले शहर को समझें फिर सभी को साथ लेकर काम करें।