अयोध्या में राम मंदिर की संकल्पना 1000 वर्ष के हिसाब से तैयार की गई है : चम्पतराय

जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि अब हमारी इच्छा है कि पाक अधिकृत कश्मीर भारत के हाथ में हो और भारत अखंड राष्ट्र बने। आपने कहा कि अब मेरी एक ही इच्छा है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और चीन अधिकृत 8 सौ वर्ग मिल कब्जा किया है उसे मिलाकर अखंड भारत का निर्माण हो।
महासभा के महामंत्री अजय काबरा एवं मीडिया प्रभारी रामस्वरूप मूंदड़ा ने बताया कि आयोजन में बड़ी संख्या में समाज के भामाशाह भी उपस्थित थे। इस अवसर पर शौर्य भवन ट्रस्ट के चेयरमेन रामपाल सोनी ने कहा कि ये स्मृति भवन माहेश्वरी समाज के युवा भाई कोठारी बंधुओं की याद में बनाया जा रहा है। श्रीराम मंदिर सघर्ष के दौरान दोनों सगे कोठारी भाईयों की गोली लगने से जान चली गई थी। कोठारी बंधुओं की स्मृति में बनाये जा रहे इस बड़े शौर्य भवन में दो बड़े सत्संग भवन, जहां 24 घंटे प्रभु श्रीराम का भजन व श्रीरामचरित मानस का पाठ होगा। यहां एक लाख पुस्तकों की क्षमता वाला पुस्तकालय का निर्माण होगा।
:: अयोध्या में राम मंदिर की संकल्पना 1000 वर्ष के हिसाब से तैयार की गई है : चम्पतराय
इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि इस मंदिर की संकल्पना 1000 वर्ष के हिसाब से तैयार की गई है. इसमें लोहा और कंक्रीट का उपयोग नहीं किया गया है. सारा निर्माण पत्थरों से किया गया है. लोहे की आयु 100 वर्ष और लोहे के बिना कंक्रीट की आयु मात्र 150 वर्ष है, इसके बाद वह राख में तब्दील हो जाता है. जगन्नाथ पुरी एवं रामेश्वरम जिस तरह बरसों से स्थापित हैं, हम भी चाहते हैं राम मंदिर भी कम से कम 1000 वर्ष तक वैभव के साथ स्थापित रहे.
:: मंदिर प्रांगण 380 फ़ीट लंबा एवं 250 फ़ीट चौड़ा होगा, इसकी ऊंचाई 161 फ़ीट होगी ::
आपने कहा कि पत्थर पानी से कमजोर हो जाते हैं, वे जमीन से नमी भी सोखते हैं, ऐसा यहां ना हो इसलिए हमने पत्थर और जमीन के मध्य ग्रेनाइट का उपयोग किया है. मंदिर प्रांगण 380 फ़ीट लंबा एवं 250 फ़ीट चौड़ा होगा। इसकी ऊंचाई 161 फ़ीट होगी और यह मंदिर तीन मंजिला होगा।
:: 5 वर्ष के सुकुमार बालक के स्वरूप में विराजेंगे रामजी ::
राम लला का नया विग्रह बनाया जा रहा है; इसे 5 वर्ष के सुकुमार बालक के स्वरूप में ढाला जा रहा है। तीन अलग अलग मूर्तिकार यह काम कर रहे हैं। इसमें दो कर्नाटक में एवं एक जयपुर में हैं। किस कलाकार की मूर्ति यहां स्थापित होगी, यह अभी तय होना है। पहली मंजिल पर राम परिवार का मंदिर स्थापित होगा। आदि शंकराचार्य की पंचतायन के अनुरूप रामजी की मूर्ति बीच में होगी और चारों कोने पर सूर्य भगवान, शंकर भगवान, गणेश भगवान एवं भगवती के मंदिर बनाए गए हैं। दो भुजाओं पर एक में हनुमान मंदिर एवं रसोई के समीप मां अन्नपूर्णा की स्थापना की जा रही है। मंदिर प्रांगण के चारों ओर 800 मीटर एवं 14 फ़ीट चौड़ी बाउंड्री बनाई जा रही है। चौड़ाई इसलिए ज्यादा रखी जा रही है क्योंकि भविष्य में लोग ज्यादा आएं तो उन्हें वहीं रोटेट किया जा सके।
:: पूजा पद्धति के लिए नई पौथी का निर्माण किया गया है : गोविन्दगिरी महाराज
इस अवसर पर गोविन्दगिरी महाराज ने बताया कि यहां रामानंद पद्धति से पूजा होगी। इसके लिए नई पौथी का निर्माण भी किया गया है. 21 अर्चकों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है. आपने माहेश्वरी समाज के शौर्य भवन निर्माण को क्रांतिकारी एवं विलक्षण कदम बताया है. इसके नाम में माहेश्वरी समाज का नाम नहीं देकर इसे शौर्य भवन का नाम देकर इस समाज ने सिद्ध किया है कि वह सर्व समाज के लिए प्रतिबद्ध है.
समारोह को महासभा के सभापति संदीप काबरा, एबीएमएम फाउण्डेशन के चेयरमेन श्याम सोनी ने भी संबोधित किया। आभार महासभा के महामंत्री अजय काबरा ने व्यक्त किया।