-टीम के सामूहिक प्रयास की बताई जरूरत, गेंदबाजों पर फोड़ा ठीकरा
नई दिल्ली । साउथ अफ्रीका से करारी हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा का दर्द छलका है। हालांकि बेहतरीन गेंदबाजी के बाद भी उन्होंने हार का टीकरा सामूहिक रुप से फोड़ दिया है। बता दें कि टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन टेस्ट मैच में एक पारी और 32 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही भारत का साउथ अफ्रीकी जमीन पर टेस्ट सीरीज जीतने का सपना फिर चकनाचूर हो गया। अब यदि भारतीय टीम दूसरा टेस्ट जीत भी लेती है तो वह सीरीज को बराबर ही कर पाएगी। टेस्ट सीरीज का दूसरा एवं आखिरी मुकाबला 3 जनवरी से केपटाउन में खेला जाना है। पहले टेस्ट में टीम इंडिया की हार पर कप्तान रोहित शर्मा ने दोनों ही पारियों में खराब बल्लेबाजी को हार का प्रमुख कारण बताया। साथ ही रोहित गेंदबाजों के प्रदर्शन से भी उतने खुश नहीं दिखाई दिए। रोहित ने कहा कि जीत के लिए पूरी टीम को सामूहिक प्रयास करना होगा, जो इस मैच में हो ना पाया। हालांकि रोहित ने शतक जड़ने वाले केएल राहुल की तारीफ भी की। रोहित शर्मा ने मैच की समाप्ति के बाद कहा, हम जीतने के लिए अच्छे नहीं थे। पहले बल्लेबाजी करने के आमंत्रित किए जाने के बाद केएल ने अच्छी बैटिंग करके हमें वह स्कोर दिलाया, लेकिन फिर हम गेंद से परिस्थितियों का फायदा नहीं उठा सके।
कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि कुछ खिलाड़ी पहले भी यहां आ चुके हैं। हम जानते हैं कि क्या उम्मीद की जानी चाहिए और हर किसी की अपनी योजना है। हमारे बल्लेबाजों को चुनौतीपूर्ण स्थिति मिली और वे अच्छी तरह से उसमें खरे नहीं कर सके। यह एक बाउंड्री स्कोरिंग मैदान है, हमने उन्हें कई बड़े स्कोर बनाते देखा है। लेकिन हमें प्रतिद्वंद्वी और उनकी ताकत को भी समझने की जरूरत है। हमने दोनों पारियों में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की, इसलिए हम यहां खड़े हैं। रोहित ने बताया कि 3 दिनों के भीतर खेल खत्म हो गया, जिसे पॉजिटिव साइन नहीं कहा जा सकता। लेकिन केएल ने दिखाया कि हमें इस तरह की पिच पर क्या करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पहली पारी में 245 रन बनाए। केएल राहुल ने 14 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 137 गेंदों पर 101 रन बनाए। साउथ अफ्रीका की ओर से सबसे सफल गेंदबाज कगिसो रबाडा रहे, उन्होंने 5 विकेट लिए। जवाब में साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 408 रन बनाए और उसे 163 रनों की बड़ी लीड मिली। डीन एल्गर ने 287 गेंदों का सामना करते हुए 185 रन बनाए, जिसमें 28 चौके शामिल रहे।