वॉशिंगटन । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव लड़ पाना कठिन होता जा रहा है। एक के बाद एक, उन पर चुनाव न लड़ने के प्रतिबंध लगते जा रहे हैं। पहले कोलोराडो ने उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाई अब मैने ने भी इस पर प्रतिबंध लगा दिया है।अगले साल राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने की कोशिश कर ट्रंप को चुनौती दे रही राष्ट्रपति बाइडेन की पार्टी लगातार मुश्किले खड़ी कर रही है। डेमोक्रेट शासित एक और राज्य मैने ने राज्य में ट्रंप के चुनाव लड़ने पर बैन लगा दिया है। स्टेट सेक्रेटरी ने कहा कि ट्रंप के बयान की वजह से ही 2021 में यूएस कैपिटल पर हमला हुआ था। मैने के अलावा कोलोराडो ने डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव लड़ने पर रोक लगा रखा है। अब ट्रंप के पास सुप्रीम कोर्ट जाने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं बचा है। कोलोराडो और मैने – इन दोनों ही राज्यों में डेमोक्रेट का दबदबा है और अगर सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं मिलती और ट्रंप चुनाव भी लड़ते हैं तो उनकी हार होना लाजिम है।
मैने सेक्रेटरी ने कहा कि ट्रंप ने चुनाव के बाद और खासतौर पर 6 जनवरी 2021 को चुनावी धांधली का झूठा नैरेटिव गढ़ा और अपने समर्थकों को कैपिटल में घुसने के लिए उकसाया था और इसलिए उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं होना चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप इस बीच चुनावी रैलियों में जुटे हैं और तेजी से अपना अभियान चला रहे हैं। उनके कैंपेन हेड ने स्पष्ट किया है कि वे मैने सेक्रेटरी के फैसले पर लीगल कार्रवाई करेंगे। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव से रोकने के लिए डेमोक्रेट पार्टी तमाम कोशिशों में जुटी है। मसलन, कई राज्यों में 14वें संविधान संशोधन के तहत उन्हें चुनाव से रोकने की कोशिश की जा रही है। सबसे पहले कोलोराडो में डोनाल्ड ट्रंप पर इस संविधान संशोधन के तहत कार्रवाई की गई।