नई दिल्ली । युवा भारोत्तोलक पंचमी सोनोवाल का लक्ष्य शीर्ष भारोत्तोलक मीराबाई चानू से मुकाबला करना है। पंचमी मीराबाई का अपना आदर्श मानती है और उनसे मुकाबला करना चाहती है। उसे ये अवसर मिलने की उम्मीद इसलिए भी है क्योंकि पंचमी भी उसी वजन वर्ग में है जिसमें चानू हैं। चानू 49 किलोग्राम भार वर्ग में खेलती हैं। पंचमी ने भी हाल ही में चेन्नई में जारी खेलो इंडिया गेम्स 2023 में महिलाओं की 49 किलोग्राम भारोत्तोलन प्रतियोगिता में रजत पदक जीता था। पंचमी ने इस स्पर्धा में कुल 167 किग्रा वजन उठाकर दूसरा स्थान हासिल किया था। पंचमी इस दौरान चोटिल भी हो गयी थीं हालांकि अब वह उससे उबर गयी हैं। पंचमी को उम्मीद है कि खेलो इंडिया में बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए ही उन्हें मीराबाई से मुकाबले का अवसर मिलेगा।
पंचमी ने कहा, ‘मैं दोनों श्रेणियों में ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाना चाहती थी पर अंत में आज मेरा दिन नहीं था। मैं पदक समारोह में शामिल नहीं हो पायी। एक और पदक पाकर खुश हूं। वजन उठाने के दौरान गिरना दर्दनाक था। इस कारण मैं मुश्किल से चल पा रही थी। एक्स-रे से पुष्टि हुई कि कोई फ्रैक्चर नहीं है हालांकि अभी भी थोड़ा दर्द है, लेकिन उम्मीद है कि मैं कुछ दिनों में ठीक हो जाऊंगी।’
पंचमी ने कहा, ‘मेरे माता-पिता को मेरी प्रतियोगिताओं के बारे में पता नहीं है। उनके लिए, अगर मैं पदक जीतती हूं, तो यह एक उपलब्धि है, और अगर मैं असफल भी होती हूं, तो भी वे मेरा समर्थन करते रहेंगे। उनका खेल से कोई खास वास्ता नहीं है पर उन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया है। पंचमी अपनी आदर्श और ओलंपिक रजत पदक विजेता मीराबाई चानू के खिलाफ मुकाबला करने की संभावना से उत्साहित है. जो उसी वजन वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती है। पंचमी के लिए सीनियर स्तर पर पहला लक्ष्य राष्ट्रमंडल खेलों में पोडियम स्थान हासिल करना है.