बांदा । लंबे समय से जेल में बद माफिया मुख्तार अंसारी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हे इलाज के लिए आईसीयू में भर्ती कराया गया है। सोमवार की रात घबराहट और बेचैनी की शिकायत के बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मुख्तार की मौजूदगी के चलते मेडिकल कॉलेज में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
बता दें कि बांदा जेल में बंद मुख्तार को महज 18 महीने में ही आठ मुकदमों में कोर्ट ने सजा सुनाई है। इसमें दो बार उम्रकैद की सजा हुई है। मुख्तार के विरुद्ध लंबित 65 मुकदमों में से 21 का विभिन्न न्यायालयों में ट्रायल चल रहा है। सरकार की पैरवी से हाल ही में 34 वर्ष पुराने एक मुकदमे में वाराणसी के एमपी-एमएलए कोर्ट से मुख्तार को आजीवन कारावास की सजा मिली है। यह मामला फर्जी शस्त्रत्त् लाइसेंस से संबंधित है।
जानकारी के अनुसार बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी को सोमवार की रात में घबराहट और बेचैनी के साथ सीने में दर्द की शिकायत हुई। वह पसीना-पसीना हो गया। इसके बाद बांदा जेल से उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया। मुख्तार की तबीयत को लेकर फिलहाल पुलिस, जिला प्रशासन और जेल प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। बता दें कि मुख्तार की सुरक्षा में लापरवाही को लेकर दो दिन पहले ही एक जेलर और दो डिप्टी जेलर को सस्पेंड किया गया था। दो दिन पहले ही बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को लाने और ले जाने में लापरवाही बरतने वाले बांदा मंडल कारागार में तैनात जेलर और दो डिप्टी जेलर को निलंबित किया गया था। दो मार्च को डीआईजी जेल प्रयागराज ने यहां कारागार का औचक निरीक्षण किया था। उन्होंने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी थी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर डीजी जेल एसएन साबत ने जेलर योगेश कुमार, डिप्टी जेलर राजेश कुमार और अरविंद कुमार को सस्पेंड कर दिया। मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच सात अप्रैल 2021 को बांदा मंडल कारागार में शिफ्ट किया गया था।
मुख्तार के भाई ने की दूसरे राज्य में शिफ्ट करने की मांग
मुख्तार अंसारी के भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने मंगलवार को बताया कि उन्हें मोहम्मदाबाद थाने से संदेश प्राप्त हुआ कि मुख्तार की तबीयत खराब है और उसे बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन, जेल प्रशासन और अस्पताल प्रशासन मुख्तार की तबीयत के बारे में उन्हें कुछ भी नहीं बता रहा है। जानकारी के मुताबिक, अफजाल अंसारी ने कहा कि मुख्तार अंसारी की हत्या करने की साजिश रची जा रही है, कई दिनों से ये साजिश चल रही है। परिवार ने तो कोर्ट में याचिका भी दी है कि मुख्तार अंसारी को दूसरे किसी राज्य में रखा जाए और वहां ट्रायल चलाया जाए।
अफजाल ने आरोप लगाया कि मुख्तार के वकील को भी उससे मिलने नहीं दिया जा रहा। सांसद ने कहा कि उन्होंने बांदा रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री कार्यालय में सूचना के लिए फोन किया था लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर में होने की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय में फोन करने का मकसद यह गुजारिश करना था कि बांदा मेडिकल कॉलेज में अगर उपचार की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो तो मुख्तार को लखनऊ के मेदांता अस्पताल या किसी अन्य बड़े चिकित्सालय में भर्ती कराया जाए और अगर सरकार इलाज का खर्च नहीं उठा सकती तो परिजन यह खर्च वहन कर लेंगे।