संविधान बदलने की बात करने वाले बीजेपी नेताओं को प्रधानमंत्री की सहमति

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने एक चुनावी रैली में पीएम मोदी पर लगाए आरोप
लातूर । कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी-वाड्रा ने लातूर महाराष्ट्र में एक चुनावी रैली में दावा किया कि बीजेपी नेता संविधान बदलने की जो बात कर रहे हैं, उसके पीछे उनको पीएम नरेंद्र मोदी का समर्थन प्राप्त है। प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए लातूर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी के मंत्री और नेता खुलेआम कह कर रहे हैं कि 400 से ज्यादा सीटें मिलने के बाद संविधान बदल दिया जाएगा। प्रियंका ने आरोप लगाया कि और ऐसा पीएम की सहमति” से हो रहा है।
प्रियंका गांधी शनिवार को लातूर (एससी) लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे इंडिया-एमवीए-कांग्रेस उम्मीदवार शिवाजी कालगे के लिए प्रचार कर रही थीं। उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी देश की जनता को संविधान द्वारा दिए गए समान अधिकारों से वंचित करने और देश को कमजोर करने के लिए संविधान को बदलना चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि मामला सार्वजनिक होने के बाद पीएम मोदी ने इस मामले को दरकिनार करने का प्रयास किया और संविधान के साथ छेड़छाड़ की किसी भी कोशिश से इनकार किया।
प्रियंका ने कहा कि यह संविधान और लोकतंत्र को बचाने का समय है। अपने वोट का समझ कर इस्तेमाल करें। अपने और अपने बच्चों का भविष्य, अपने अधिकारों और लोकतंत्र तथा संविधान को बचाने के लिए देश की प्रगति के लिए वोट करें। हमारे महान नेताओं के बलिदानों से देश को आजादी मिली है और अब इसे सुरक्षित रखना आपके हाथ में है। अपना वोट का इस्तेमाल सूझबूझ के साथ करें।
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि पिछले दो कार्यकालों में बीजेपी सरकार ने क्या किया, इसके बारे में बात करने की बजाय, पीएम मोदी अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए पिछले 70 सालों के सभी शासनों को दोष देते रहते हैं। उन्होंने पीएम से सवाल किया कि नौकरी, शिक्षा, महंगाई को नियंत्रित करने, गरीबों, युवाओं, किसानों, महिलाओं और समाज के अन्य वर्गों के जीवन में सुधार लाने के आपके सभी बड़े वादों का क्या हुआ? उन्होंने प्रधानमंत्री पर एक पार्टी कैसे एक्स-रे मशीन चलाएगी और लोगों का सारा सामान या संपत्ति हड़प लेगी जैसे बेतुके दावे करके प्रमुख मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए यह बात कर रहे हैं। प्रियंका ने कहा कि लोग इस तरह की बातों से खुश होते हैं, लेकिन पीएम इस गलत धारणा में हैं कि वह खुलेआम झूठ बोलकर जनता को बेवकूफ बना सकते हैं। देश में पहले भी कई महान प्रधानमंत्री हुए हैं, लेकिन कोई भी इतनी नीचे स्तर तक नहीं गिरा, या अपने पद की गरिमा नहीं घटाई है।