संविधान पर मंडरा रहे संकट के बादल
भोपाल । प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव का अलग ही महत्व है। देश के संविधान पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। केंद्र की मोदी सरकार की तानाशाही बढ़ती जा रही है। वे मंदसौर जिले के सीतामऊ में शनिवार को आयोजित चुनावी सभा में बोल रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा देश अनेकता में एकता का है। देश की आजादी में सभी वर्ग समुदाय का योगदान रहा है। कांग्रेस शासनकाल में देश की एकता व अखंडता के आधार पर योजनाएं बनीं, जिसका लाभ गरीब मजदूर सर्वहारा एवं दीन-दुखियों को मिलता रहा। वर्ष 2004 से 2014 तक की कांग्रेस सरकार ने सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, खाद्य सुरक्षा अधिनियम जैसे कई कानून बनाए, जिनका लाभ मोदी सरकार नाम बदलकर ले रही है। प्रधानमंत्री भाषण देने में माहिर हैं, लेकिन उनकी कथनी-करनी में बड़ा अंतर है।दिग्विजय ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में दो क्विंटल सोयाबीन में एक तोला सोना मिलता था। आज 15 क्विंटल सोयाबीन में भी नहीं मिल पा रहा है। सोयाबीन एवं संतरे के भाव घटाकर सरकार ने किसानों की कमर तोड़ डाली है। किसानों को सम्मान निधि के नाम पर लूट मचा रखी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ परिवार ईमानदारी का परिचायक है, जबकि मोदी परिवार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। जो भ्रष्ट नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं, उनके सारे कारनामे बेदाग कर दिए जा रहे हैं। सिंह ने कहा कि राम भगवान हमारे आदर्श हैं। घर-घर एवं गांव-गांव में पूजा-अर्चना आराधना करते हैं हम कांग्रेसी, लेकिन अयोध्या में जब सनातन धर्म के आधार कहे जाने वाले चारों शंकराचार्य ने विरोध किया तो कांग्रेस ने भी उनके सम्मान में अपने कदम उठा दिए, धर्म के नाम पर राजनीति करना भाजपा का काम है।