भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज सोमवार से शुरु हो गया है। सत्र की शुरुआत वंदेमातरम से की गई। इसके बाद सदन ने शहीदों और दिवंगत जनप्रतिनिधियों का स्मरण करते हुए उन्हे श्रद्धांजलि दी। सदन में सभी सदस्यों ने दो मिनिट का मौन रखा और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने दिवंगतों के सम्मान में पांच मिनिट की लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
सत्र की शुरुआत से पहले विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन के सभी सदस्यों को शहीदों और दिवंगत जनप्रतिनिधियों का परिचय देते हुए उनके योगदान का उल्लेख किया। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शोक व्यक्त करते हुए कई संस्मरण सुनाए। इसके बाद विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने शहीद वीर जवानों को याद करते हुए उनके पराक्रम का जिक्र किया और कहा कि उनके बलिदान को ये देश सदैव याद रखेगा। इसी मौके पर संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक स्व. चंद्रप्रभाष शेखर का स्मरण करते हुए कहा कि उनसे हमारे परिवारिक रिश्ते थे। उन्होंने जो भी किया उसे हम लोग आज भी याद करते है। विजयवर्गीय ने कहा कि आपातकाल के दौरान मैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काम कर रहा था,पुलिस मेरे पीछे पड़ी हुई थी। हमारे पिताजी कांग्रेस के लिए काम कर रहे थे। तभी चंद्रप्रभाषजी मेरे घर आए और पिताजी को कहा कि मैंने तुम्हारे बेटे का नाम कटवा दिया है। अब उसकी गिरफ्तारी नहीं होगी। ये शेखरजी का कार्यशैली थी। वे हमेश दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते थे। इसके बाद उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला,कांग्रेस विधायक विजय रैवनारायण चौरे,अमरपाटन से विधायक राजेंद्र कुमार सिंह आदि सदस्यों ने दिवंगत के संस्मरण सुनाए।
निधन पर श्रद्धांजलि
विधानसभा अध्यक्ष ने जनप्रतिनिधियों के निधन पर श्रद्धांजलि दी। जिन जनप्रतिनिधियों को श्रद्धांजलि दी है, उनमें हर्ष सिंह, भूतपूर्व विधान सभा सदस्य, चन्द्रप्रभाष शेखर, भूतपूर्व विधानसभा सदस्य,विजय दुबे, भूतपूर्व विधानसभा सदस्य, मकसूदनलाल चन्द्राकर, भूतपूर्व विधानसभा सदस्य, शान्तिलाल बिलवाल, भूतपूर्व विधानसभा सदस्य, बेनी परते, भूतपूर्व विधानसभा सदस्य, जसवंतसिंह राठौर, भूतपूर्व विधानसभा सदस्य, मदनलाल त्यागी, भूतपूर्व विधानसभा सदस्य, विठ्ठलराव महाले, भूतपूर्व विधानसभा सदस्य, डॉ. अजीज कुरैशी, उत्तरप्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल,डॉ. मनोहर जोशी, भूतपूर्व लोकसभा अध्यक्ष, आचार्यश्री विद्यासागर महाराज, सुप्रसिद्ध जैन संत, आतंकी हमलों एवं ड्यूटी पर शहीद जवान शामिल रहे।