कोलकाता । पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की बागदा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को मधुपर्णा ने जबरदस्त जीत हासिल की है। तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार मधुपर्णा ने सीट पर भाजपा के अपने प्रतिद्वंद्वी बिनय कुमार बिश्वास को 33455 मतों से हराया। उन्हें कुल 1,07,706 वोट मिले। जीत के बाद वे पश्चिम बंगाल के इतिहास की सबसे कम उम्र की विधायक बनी।
बता दें कि मधुपर्णा ने जूलॉजी में ग्रैजुएशन किया है। वे मतुआ महासंघ के संस्थापक परिवार से हैं। यह मटुआओं का सबसे बड़ा संघ है।
इसके पहले टीएमसी नेता सुब्रता मुखर्जी सबसे कम उम्र में पश्चिम बंगाल विधानसभा पहुंचे थे। हैरान वाली बात यह है कि भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर की चचेरी बहन मधुपर्णा वर्तमान में टीएमसी की राज्यसभा सदस्य और बनगांव से पूर्व लोकसभा सदस्य ममता बाला ठाकुर की बेटी हैं। मधुपर्णा ने ये सीट बीजेपी से छीनकर टीएमसी की झोली में डाली है। दरअसल सीट पर साल 2011 और साल 2016 में टीएमसी ने जीत हासिल की थी। लेकिन साल 2021 के विधानसभा चुनाव में बागदा सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी। उत्तर 24 परगना जिले के बागढ़ा विधानसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर जीते बिश्वजीत दास विधायकी से इस्तीफा देकर तृणमूल के टिकट पर बनगांव लोकसभा सीट से खड़े हुए थे। मगर वे हार गए, लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें दोबारा बागढ़ा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाने की बजाय उपचुनाव में मधुपर्णा ठाकुर को टिकट दे दिया।