-खून से सने चेहरे के साथ हवा में मुट्ठी लहराते ट्रंप की तस्वीरें वायरल
वॉशिंगटन । अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर उस समय हमला हुआ जब वह भाषण दे रहे थे, तभी उन पर गोलियां चलाई गईं। ट्रंप गोलियों की आवाज सुनते ही नीचे झुके गए और सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें कवर कर लिया। वह फिर उठे और हवा में मुट्ठी लहराते हुए मंच पर खड़े हो गए। इस दौरान उनके चेहरे पर खून लगा था। ट्रम्प के खून से सने चेहरे के साथ हवा में मुट्ठी लहराते ट्रंप की तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं और ये नवंबर महीने में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की दिशा भी बदल सकती हैं। अमेरिका की राजनीति में इसे बड़े घटनाक्रम के रुप में देखा जा रहा है। अमेरिकी एजेंसियां की जांच कर रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में राजनीतिक हिंसा के इस चौंकाने वाली घटना का चुनाव अभियान पर असर जरुर पड़ेगा। ट्रंप की हवा में मुट्ठी लहराते हुए तस्वीरों को उनके बेटे एरिक ने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा-वह फाइटर हैं, जिसकी अमेरिका को जरूरत है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी घटना की निंदा की और कहा कि देश में इस तरह की राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप पर हमले के बाद बाइडन के चुनावी कैंपेन ने सभी राजनीतिक बयानों को रोक दिया है और जितनी जल्दी हो सके अपने टीवी विज्ञापनों को हटाने के लिए काम कर रहे हैं। वह मान रहे हैं कि इस समय डोनाल्ड ट्रंप पर हमला होना नुकसान साबित होगा। ऐसे में वह ट्रंप पर हमले की निंदा करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश, बिल क्लिंटन और जिमी कार्टर सभी ने इस घटना की निंदा की और इस बात के लिए राहत जताई कि ट्रंप को कोई गंभीर चोट नहीं आई है। दूसरी ओर ट्रंप के कुछ करीबी सहयोगी और समर्थक हिंसा के लिए बाइडन को दोषी मान रहे हैं। एक रिपब्लिकन नेता ने एक्स पर पोस्ट में बाइडन पर लोगों को हत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।
ट्रंप के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की रेस में शामिल सीनेटर जेडी वेंस ने कहा है कि बाइडन और उनकी टीम ने जिस तरह की ट्रंप विरोधी बयानबाजी की है, वही इस हमले की वजह बनी है। कई दूसरे रिपब्लिकन राजनेता भी ऐसी ही बातें करते हुए बाइडन को घेर रहे हैं। इस घटना के इर्दगिर्द चुनावी जंग की लाइन खींची जा रही है, आने वाले समय में यह केंद्र में रह सकती है जो चुनाव अभियान को नया मोड़ देगी।