नई दिल्ली/इन्दौर । नई दिल्ली में विश्व धरोहर समिति के भारत मंडपम में आयोजित 46वें सत्र में मध्यप्रदेश के शिल्पगुरू मोहम्मद यूसुफ खत्री और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मोहम्मद बिलाल खत्री विख्यात बाघ प्रिंट हस्तकला का सजीव प्रदर्शन कर रहे हैं। विदेशी प्रतिनिधियों और अन्य आगंतुकों को वे बाघ प्रिंट की बारीकियां समझा रहे हैं। सत्र में विदेशी प्रतिनिधि अपने हाथों से बाघ ठप्पा छपाई का अनुभव कर रहे हैं और छपाई के सैंपल को अपने साथ अपने देश लेकर जा रहे हैं। सत्र के सभी प्रतिभागियों को बाघ प्रिंट के परिधान बहुत लुभा रहे हैं और वे बाघ प्रिंट विरासत को संजोने में युसूफ खत्री और बिलाल खत्री के योगदान की प्रशंसा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि विश्व धरोहर समिति का 46वें सत्र 21 से 31 जुलाई 2024 तक भारत में आयोजित हो रहा है, जिसमें 150 से अधिक देशों के 2000 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। सत्र में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रतिनिधियों के समक्ष प्रस्तुत करने के उद्देश्य से ‘अतुल्य भारत’ प्रदर्शनी लगाई गई है।
उमेश/पीएम/25 जुलाई 2024