येरुशलम । मध्य पूर्व में तनाव बहुत बढ़ गया है, क्योंकि ईरान और उसके सहयोगी हमास और हिजबुल्लाह अपने नेताओं की हत्या के बदला लेने की तैयार कर रहे हैं। इन हत्याओं का आरोप इजरायल पर लगाया गया है, जिससे इलाके में जंग की आशंका बढ़ गई है।हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने इजराइल पर ‘दर्जनों’ रॉकेट दागे हैं, जिनमें से कई ने सफलता के साथ अपने निशानों पर वार किया है। ईरान से समर्थन हासिल करने वाले हथियारबंद समूह हिजबुल्लाह का कहना है कि मोशाव बेत हिलेल शहर पर उसका ताजा हमला लेबनान में कफर केला और डेयर सिरियाने इलाकों पर इजराइल के हमलों के जवाब में है। हिजबुल्लाह का दावा है कि इजरायल के हमलों में वहां के नागरिक घायल हुए हैं। वहीं इजरायल के आयरन डोम सिस्टम ने हिजबुल्लाह की ओर से दागे गए कई रॉकटों को रोक दिया। बहरहाल इजरायल के स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि बेत हिलेल के पास कई हमलों के बाद कई जगहों पर आग लग गई।
जबकि पश्चिमी देशों की सरकारों ने अपने नागरिकों से लेबनान छोड़ने की अपील की है। जहां ईरान के समर्थन वाला शक्तिशाली हिजबुल्लाह मूवमेंट का बेस है। कई एयरलाइनों ने लेबनान के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दीं हैं। इस हफ्ते तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या और बेरूत में हिजबुल्लाह के सैन्य प्रमुख की इजरायल द्वारा की गई हत्या के कुछ घंटों बाद ईरान और तथाकथित ‘प्रतिरोध की धुरी’ की ओर से प्रतिशोध की कसमें खाई जाने लगी हैं। लेबनान, यमन, इराक और सीरिया के ईरान का समर्थन करने वाले समूह पहले ही गाजा में इजरायल और फिलिस्तीनी समूह हमास के बीच लगभग 10 महीने से चल रहे युद्ध में शामिल हो चुके हैं। वहीं इजरायल ने शनिवार को फिर से हिजबुल्लाह के साथ गोलाबारी की, अपने कब्जे वाले वेस्ट बैंक शहर पर एक घातक हमला किया और गाजा शहर में एक स्कूल परिसर पर हमला किया।