-गोंडा 70 फीसदी नजूल की जमीन पर बसा, आगरा, अयोध्या का भी यही हाल
लखनऊ । यूपी की योगी सरकार के नजूल संपत्ति बिल को कैसरगंज से बीजेपी सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि किस मंशा से ये विधेयक लाया गया है। एक लाइन में पूछा जाए तो इस कदम से यूपी में भूचाल आ जाएगा। गोंडा शहर 70 फीसदी नजूल की जमीन पर बसा है। ऐसा ही आगरा, अयोध्या आदि का हाल है।
बृजभूषण ने कहा कि शायद योगी सरकार को यह नहीं पता है कि कितने लोग नजूल की जमीन पर रह रहे हैं। सरकार बस यह बताया गया है कि नजूल की जमीन पर कुछ भू-माफिया और बड़े लोगों का कब्जा है और उससे मुक्ति दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने जनभावना को समझा और इस नजूल संपत्ति बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेज दिया। पूर्व बीजेपी सांसद ने यह भी कहा कि बड़े-बड़े मंदिर भी नजूल की जमीन पर बने हैं। इस तरीके से तो एक नहीं हजारों मंदिर टूटेंगे। गोंडा शहर तो 70फीसदी नजूल की जमीन पर बसा है। आगरा, अयोध्या जैसे शहरों का भी यही हाल है।
बता दें कि पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने यह बात सौभागपुर में पत्रकारों से कहीं। उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस को थोड़ी सी सीट ज्यादा मिल गई हैं, लेकिन यह राहुल जी की काबिलियत पर नहीं मिली हैं, कुछ समीकरण ऐसे बने तो मिली। अखिलेश जी को कांग्रेस से हटा दीजिए तो राहुल गांधी कितने बड़े योद्धा हैं सबको पता है। जो खुद बैसाखी पर टिके हुए हैं, वह आज चक्रव्यूह तोड़ने की बात कर रहे हैं। यह लोग मुगालते में हैं। इन्होंने ही कहा था कि हिंदू हिंसक होता है। आने वाले समय में यह बड़ा मुद्दा बनेगा। हिंदू हिंसक नहीं हो सकता, ये बात राहुल जी के वामपंथी साथी लिखकर उन्हें देते हैं।
गौरतलब है कि योगी सरकार नजूल संपत्ति पर नए बिल को लेकर घिर गई है। इसका बिल यूपी विधानसभा में तो पास हो गया था, लेकिन अगले ही दिन विधान परिषद में अटक गया। अटका भी सिर्फ विपक्ष के कारण ही नहीं, बल्कि खुद बीजेपी विधायकों ने भी इसका विरोध किया था। अब इस बिल को प्रवर समिति के पास भेजा गया है। अब प्रवर समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कोई फैसला हो सकेगा।